शशि कोशी रोक्का, सारस न्यूज़, छत्तरगाछ।
बकरीद पर्व के मौके पर पोठिया प्रखंड के अंतर्गत छत्तरगाछ में सप्ताह में दो दिन शनिवार और बुधवार लग रहे मवेशी हाट के अलावे छत्तरगाछ हाट संवेदक ने मंगलवार को भी छत्तरगाछ में मवेशी हाट लगाया, जिसमें मवेशी खरीदारों से हजारों की बट्टी वसूली ऐसी वसूली को राजद छात्र संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष आदिल रब्बानी ने इसे बताया मनमाना व अवैध वसूली।
छत्तरगाछ मवेशी हाट, पोठिया प्रखंड क्षेत्र का सबसे बड़ी मवेशी मंडी है जो सप्ताह में दो दिन शनिवार तथा बुधबार को लगता है जिससे बिहार सरकार को प्रति वर्ष लाखों रुपये के राजस्व प्राप्त होते आ रहा है। विगत शनिवार को बकरीद पर्व के लिए अंतिम हाट था। पिछले कई हाटों से छत्तरगाछ मवेशी हाट में बेहताशा भीड़ रही, जिसे देखते हुए हाट संवेदक ने प्रत्येक मवेशी पर मनमाने ढंग से तीन सौ से पांच सौ रुपये तक का बट्टी वसूला और रसीद पर राशि भी अंकित नहीं किया, वही प्रशासन के कोरोना गाइडलाइन का धज्जियां उड़ाते हुये हाट का संचालन किया गया। अधिक रुपये वसूली के लालच में बिना सरकारी अनुमति के मंगलवार को भी मवेशी हाट का आयोजन किया गया जहाँ त्यौंहार के आर में अवैध व मनमानी ढंग से गरीब मजदूरों लोगो से तय राशि से कई गुना अधिक बट्टी वसूली की गई। आरोप लगाते हुए छात्र संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष आदिल रब्बानी ने कहा की सरकारी नियमों का धज्जियां उड़ाते हुए हाट संवेदक द्वारा छोटे दुकानदारों व्यापारीयो से चालीस से पचास रुपये तक बट्टी बसूली कर रहा है, जिसकी लिखित शिकायत ग्रामीणों ने जिला पदाधिकारी तथा अन्य विभाग के अधिकारियों से पहले भी किया है। अवैध वसूली के लोभ-लालच से संवेदक द्वारा बिना किसी सरकारी आदेश के मंगलवार को अतिरिक्त हाट का आयोजन कर हजारों रुपये बट्टी के नाम पर वसूली कर सरकारी नियम कायदे पर प्रश्न चिन्ह लगा दिया है। हालांकि हाट पर संवेदक के द्वारा बट्टी वसूली कर रहे कर्मियों ने बताया की इस हाट का आयोजन एक मात्र बकरीद पर्व को देखते हुए किया गया है।