सारस न्यूज, किशनगंज।
गुरुवार को किशनगंज परिसदन में बाल श्रम उन्मूलन मुक्ति एवं पूर्णावास विषय पर समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई।बिहार राज्य बाल श्रमिक आयोग के अध्यक्ष डॉ चक्रपाणि हिमांशु की मौजूदगी में उक्त बैठक आयोजित की गई।
बैठक के दौरान बिहार बाल श्रमिक आयोग के अध्यक्ष डॉ चक्रपाणि हिमांशु ने निर्देश देते हुए कहा कि बाल श्रम बच्चों को उनके बचपन, स्वास्थ्य और शिक्षा से वंचित करना बच्चों के अधिकारों का उल्लंघन है। बाल श्रम समाज के लिए कलंक है। खतरनाक नियोजन एवं बाल श्रम में लगे श्रमिकों का सर्वेक्षण 3 माह में किया जाए। बाल श्रमिकों के परिवार के किसी भी व्यक्ति को वैकल्पिक रोजगार मुहैया कराया जाए। श्रम से हटाए के बाल श्रमिकों को समुचित शिक्षा सुनिश्चित किया जाए ताकि वह शिक्षित नागरिक बन सकें। उन्होंने कहा कि 14 साल के बच्चे को अनिवार्य एवं मुक्त शिक्षा देने का संवैधानिक अधिकार है। गैर खतरनाक नियोजन में लगे बच्चों से 1 दिन में 6 घंटे से अधिक कार्य नहीं लिया जाए। उन बच्चों को 2 घंटे की शिक्षा व्यवस्था नियोजक द्वारा अपने खर्च पर कराया जाए।
उन्होंने बाल श्रम उन्मूलन हेतु जागरूकता प्रशिक्षण एवं कार्यशाला, प्रशिक्षण कार्यक्रम में विभागीय पदाधिकारी, स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं स्वयंसेवी संगठनों के प्रतिनिधियों की भागीदारी व सहयोग से अंतरराष्ट्रीय मेला, मेला एवं भीड़ वाली जगह पर जन जागरूकता कार्यक्रम के तहत स्टॉल लगाया जाए। आयोग द्वारा प्रशिक्षित फोल्डर, पंपलेट, हैंडव्हील वितरण किया जाए, मेले का आयोजन किया जाएं। बस स्टैंड रेलवे स्टेशन आदि जगह बाल श्रम नहीं हो इसके लिए बैनर पोस्टर लगाया जाए। सप्ताह में 2 दिन धावा दल चलाए। यदि सरकारी कर्मचारी, अधिकारी बाल श्रम करवाते पकड़े गए तो कानुनसंगत कार्रवाई की जाएगी।
वहीं बैठक में श्रम अधीक्षक वीरेंद्र कुमार महतो, श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी किशनगंज दिलनवाज रागिन सदर, जिला शिक्षा पदाधिकारी सूरज झा किशनगंज, जिला सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी रंजीत कुमार साहू, जिला प्रोग्राम पदाधिकारी सुमन कुमारी, जिला समन्वय तटवासी समाज विपिन कुमार, जन सहस परिमल कुमार सिंह, चाइल्डलाइन किशनगंज के समन्वयक साहिब अनवर, बिहान विधिक सलाहकार पंकज झा, जिला कौशल प्रबंधक छोटू कुमार साह, जिला नियोजन पदाधिकारी आलोक नारायण बत्स, चाइल्डलाइन केंद्र समन्वयक मगरूल इमली, महिला हेल्पलाइन के परियोजना प्रबंधक शशि शर्मा, समाज कल्याण विभाग के सहायक निदेशक मिनाजद्दीन किशनगंज आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।
