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किशनगंज:-जदयू प्रदेश उपाध्यक्ष सह पूर्व विधायक कोचाधामन मुजाहिद आलम ने पटना में एएमयू किशनगंज सेंटर के विभिन्न समस्याओं के समाधान हेतु जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पूर्व केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री सह विधान पार्षद उपेन्द्र कुशवाहा से एवं जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह सांसद राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह से भेंट कर चर्चा की एवं मांग पत्र सौंपा। जदयू प्रदेश उपाध्यक्ष पूर्व विधायक से मिलीं जानकारी के अनुसार एएमयू किशनगंज सेंटर को फंड रिलीज नहीं होने के कारण एएमयू किशनगंज सेंटर बदहाल स्थिति में है। एएमयू किशनगंज सेंटर के लिए बार बार फंड के लिए आग्रह करने के बावजूद अभी तक मात्र दस करोड़ रुपए ही रिलीज किया है। जिसका उपयोगिता 31-03-2017 को ही केन्द्र सरकार को एएमयू प्रशासन ने सौंपा है। उसके बाद बार-बार अपील के बावजूद अभी तक कोई फंड रिलीज नहीं किया गया है। उपेन्द्र कुशवाहा के कार्यकाल में ही मात्र दस करोड़ रुपए 03-12-2015 को एएमयू किशनगंज सेंटर के लिए मिला था।
जदयू प्रदेश उपाध्यक्ष सह पूर्व विधायक कोचाधामन मुजाहिद आलम ने बताया कि एनजीटी के फैसले के कारण एएमयू किशनगंज सेंटर को हस्तांतरित 224.02 एकड़ जमीन पर अभी निर्माण कार्य पर रोक है। फैसले के अनुसार निर्माण कार्य प्रारंभ होने से पहले एनएमसीजी नई दिल्ली से अनुमति लेना अति आवश्यक है। जल संसाधन विभाग बिहार सरकार के आग्रह करने के बावजूद अभी तक परमिशन नहीं दिया गया है। साथ ही एएमयू किशनगंज सेंटर के सभी टीचिंग एवं नन टीचिंग पदों को यूजीसी एवं मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार से अभी तक स्वीकृति नहीं दी गई है जिस कारण अभी केन्द्र गेस्ट टीचरों के भरोसे चल रहा है। एएमयू किशनगंज सेंटर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पूरा सहयोग मिलने के बावजूद भी केन्द्र सरकार कोई पहल नहीं कर रही है। अभी एएमयू किशनगंज सेंटर बिहार सरकार द्वारा निःशुल्क उपलब्ध कराये गये बालक एवं बालिका अल्पसंख्यक छात्रावास में चल रहा है। अभी मुख्यमंत्री के पहल पर 10.47 करोड की लागत से 100-100 बेड के दो छात्रावास का निर्माण कराया जा रहा है। वहीं संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष ने इस संबंध में केन्द्र सरकार से उचित पहल करने का भरोसा दिलाया है। बताते चलें कि किशनगंज में स्थित एएमयू सेंटर की फंड रिलीज करने की मांग लगातार सरकार से की जा रही है। मगर फंड रिलीज अब तक नहीं हो पाई है। सभी जनप्रतिनिधि अपने अपने स्तर से फंड रिलीज करने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं।
