शशि कोशी रोक्का, सारस न्यूज़, किशनगंज।
किशनगंज जिले के बहादुरगंज नगर पंचायत में लाखों की लागत से खरीदी गई जैविक शौचालय नगर पंचायत बहादुरगंज की शोभा बढ़ा रहा है। स्वच्छ भारत अभियान के तहत बहादुरगंज नगर पंचायत क्षेत्र के विभिन्न जगह पर नगर प्रशासन के द्वारा करीब लाखों की लागत से खरीदी गई जैविक शौचालय शोभा का वस्तु बनकर रह गया है ओर मिट्टी में समा रहा है। उपयोग नहीं होने से स्वच्छ भारत मिशन के सपने, सपने ही बनकर रह गया है, बहादुरगंज के लापरवाह जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों की लापरवाही के कारण लाखों की लागत से खरीदी गई जैविक शौचालय शोभा बढ़ा रहे हैं, स्वच्छ भारत मिशन की पोल खोल दी सरकार की योजना को अधिकारी दिखा रहे हैं ठेंगा।
जी हां इस तस्वीर को देखकर आप भी कहने पर मजबूर हो जाएंगे कि आखिर कहां से यह लापरवाह जनप्रतिनिधि और अधिकारी आते हैं आखिर इतनी नजरअंदाज क्यों किया जा रहा है। क्यों नहीं जिला की किसी अधिकारी का ध्यान जैविक शौचालय पर जा रहा है जिला के जिम्मेदार अधिकारी आखिर चुप्पी क्यों साधे रखें है, अधिकारियों की लापरवाही के कारण नगर पंचायत बहादुरगंज में जहां-तहां कचरे के डिब्बे की तरह फेंके पढ़े हुए हैं चलंत शौचालय जब लोगों की नजर पड़ती होगी तो लोग भी सोचते होंगे अगर चलंत शौचालय का पांव हाथ होता तो चल कर वह दूसरे जगह चला जाता सालों से एक ही जगह पर लापरवाह अधिकारियों के कारण नहीं रहता। अब तक ना तो नगर के अधिकारी और ना ही नगर के जिम्मेदार जनप्रतिनिधि इन मुद्दों पर आवश्यक कदम उठाए जिसकी देखरेख की जिम्मेदारी केवल नगर प्रशासन की ही नहीं बल्कि वार्ड पार्षदों की भी मानी जाती है मगर महोदय तो किसी कुंभकरण की नींद में सोए हुए है, और स्वच्छ भारत अभियान की धज्जियां उड़ाई जा रही। इस विषय पर जब दूरभाष से बहादुरगंज के कार्यपालक पदाधिकारी रामविलास दास से दूरभाष पर संपर्क की गई तो उन्होंने कहा कि नगर प्रशासन के द्वारा जिन जिन लोगों को जैविक शौचालय आवंटन किया गया है वह लोग उपयोग नहीं कर रहे हैं, समय-समय पर नगर के कर्मी साफ सफाई रखरखाव की स्थिति का जायजा लेते रहते हैं, बहुत जल्दी साफ-सफाई कर फिर से जैविक शौचालय संचालित करने की कोशिश की जा रही है।
