सारस न्यूज, किशनगंज।
गत मंगलवार को किशनगंज शहर के सुभाषपल्ली स्थित डीएस नर्सिंग होम के कमरे में संदिग्ध अवस्था में मिले नर्स के शव मामले में मृतका के भाई ने नर्सिंग होम के मैनेजर सहित कार्यरत पांच कर्मी के विरुद्ध हत्या का मामला दर्ज कराया है। दर्ज प्राथमिकी में नर्सिंग होम के डाक्टर पर साक्ष्य छिपाने व नष्ट करने का आरोप लगाया है। मृतक नर्स शदफ बेगम के भाई महकीन उर्फ मोकिम ने टाउन थाना में लिखित आवेदन देकर यह आरोप लगाया है।
उन्होंने कहा कि मेरी बहन उक्त नर्सिंग होम में नर्स सहायिका के रूप में कार्य करती थी और वह अपने कार्य में काफी निपुण थी। जब भी घर आती थी तो बताती थी कि उसके कार्य से डाक्टर लोग तो बहुत संतुष्ट रहते है। लेकिन अन्य कर्मी जैसे कि मैनेजर समीरुद्दीन, रंजना सिंह, रुन्नी कुमारी, नवीन, विवेक कुमार दास, मुन्तजीर, मंजर आलम हमेशा उससे नाखुश रहते थे और आए दिन उसे तरह-तरह से प्रताड़ित करते रहते थे ताकि वह वहां से काम छोड़ दे। इसकी शिकायत मेरी मां डा. सौरभ आनंद एवं डा. पायल आनंद को दो तीन महीना पहले की थी। वहीं मंगलवार सुबह छोटी बहन के मोबाइल पर मैनेजर समीरुद्दीन का फोन आया जिसने कहा कि शदफ बेगम की मौत हो गई है। सूचना पाकर जब नर्सिंग होम पहुंचा तो देखा नीचे में उसका शव रखा हुआ था और ऊपर के पंखा में दो फुट का दुपट्टा लटक रहा था। आवेदन में बताया कि गला पर अंगुली से दबाए जाने का स्पष्ट निशान भी है और गले पर किसी और चीज से गला दबाए जाने का गहरा दाग है। इससे प्रतीत होता है कि उसकी हत्या की गई है। जब नर्सिंग होम के डाक्टर और कर्मी को सीसीटीवी कैमरा का फुटेज दिखाने को कहा तो वे इंकार कर गए। हमलोगों ने देखा कि सीसीटीवी कैमरे तोड़ दिए गए है और सारे तार काट दिए गए हैं। बताया कि कमरे का उस समय तक कुंडी भी टूटा हुआ नहीं था। उन्होंने बहन की हत्या कर्मियों के साथ साजिश कर मैनेजर पर हत्या का आरोप लगाया है। इसमें नर्सिंग होम के डाक्टरों की भी मिलीभगत होने की बात कहा है। मामले में टाउन थानाध्यक्ष अमर प्रसाद सिंह ने बताया कि प्राप्त आवेदन के आधार पर मामला दर्ज कर ली गई है। जांच के लिए फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद स्थितियां और भी स्पष्ट हो जाएगा।
