सारस न्यूज, किशनगंज।
क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क एंड सिस्टम्स (सीसीटीएनएस) प्रोजेक्ट के तहत अब किशनगंज पुलिस भी डिजिटल हो रही है। पुलिस 10 साल के डेटा को डिजिटल पर लाने में जुट गई है। इसी के तहत एसपी डॉ. इनामुल हक मेंगनू की मौजूदगी में प्रशिक्षु अवर निरीक्षकों को सीसीटीएनएस के तहत प्रशिक्षण दिया गया। जिसमें प्रशिक्षु अवर निरीक्षकों को त्वरित गति से चल रहे सीसीटीएनएस प्रोजेक्ट के बारे में बताया गया। जिसमें यह बताया गया कि सॉफ्टवेयर में किस तरह से पंजी को संधारित किया जाना है। इसकी बारीकियों को बताया गया। जिसमें मुख्य रूप से डिजिटलाइजेशन पर प्रशिक्षण दिया गया। पंजियों को अब ऑनलाइन अपडेट किया जाना है। यह कार्य थानावार किया जाना है। जिले में पदस्थापित 36 प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षक भी इस कार्य को गति प्रदान करने में अपनी भूमिका निभाएंगे।
इसके तहत अब तक पुलिस विभाग में जो पंजी ऑफ लाइन चल रहा है उसे ऑनलाइन किया जाना है। जिसके तहत केस से संबंधित किसी प्रकार का डाटा ढूंढने में समय न लगे और एक क्लिक में में ही पूरी डिटेल्स मिल जाएगी। एसपी डॉक्टर इनामुल हक मेंगनू ने प्रशिक्षु दरोगा को निर्देश देते हुए कहा कि आने वाले समय मे इनकी जिम्मेदारी अहम होगी। पहले इन लोगों ने राजगीर पुलिस अकादमी में प्रशिक्षण लिया। जहां इन्हें उत्कृष्ट प्रशिक्षण दिया गया। अब कुछ दिनों के बाद इनका जिला प्रशिक्षण भी पूर्ण होगा। पुलिस में सुधार को लेकर कई बदलाव आए हैं। इनमें डिजिटलाइजेशन भी एक महत्वपूर्ण भाग है। अब थानों में भी ज्यादातर वर्क कम्प्यूटर से ही होंगे। अभी थानावार पंजियों को ऑनलाइन अपडेट किया जा रहा है। कांडो का पूरा ब्योरा कम्प्यूटर में अपडेट होगा। इसके लिए प्रशिक्षु अवर निरीक्षकों की भूमिका भी महत्वपूर्ण होगी। एसपी ने कहा कि मालखाने में जितने भी वाहन पड़े हैं उसकी पूरी रिकार्ड तैयार करेंगे ताकि भविष्य में होने वाली नीलामी में किसी प्रकार की परेशानी न हो। पिछले 10 वर्षों के रिकॉर्ड को अपलोड किया जा रहा है। अब आगे चलकर पुलिसकर्मियों को रजिस्टर पलटने की जरूरत नहीं पड़ेगी। एक क्लिक में ही पूरा रिकार्ड मिल जाएगा।