सारस न्यूज टीम, सारस न्यूज, किशनगंज।
किशनगंज चाइल्डलाइन के जिला समन्वयक पंकज कुमार झा ने नोडल कार्यालय में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि हर जरूरत मंद बच्चे तक पहुचना हमारा लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि कोविड महामारी काल मे बच्चों की समस्या जो कानूनी अपराध तो है ही साथ ही सामाजिक अपराध भी हैं। जिसकी बढ़ोतरी काफी तेजी से हुई हैं। कोविड काल मे विद्यालय बंद होना परिवार का आर्थिक रूप से कमजोर होने का सीधा असर बच्चों पर पड़ा है। चाहे वो देखभाल या संरक्षण वाले बच्चे हों या विधि विवादित बच्चे हो। चाइल्ड लाइन जो महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार की परियोजना है लगातार बच्चों के बचपन को संरक्षित करने उसके अधिकारों की रक्षा करने के लिए काम करती है। इसी क्रम में स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र, सेविका, सहायिका, आशा, एएनएम, चौकीदार, ग्रामीण क्षेत्र, बाजार, चौक चौराहा, रेल स्टेशन, बस स्टैंड सहित अन्य जगहों पर एक हजार से ज्यादा छोटे, बड़े जागरूकता के कार्यक्रम का आयोजन किया है। साथ ही 25 खुलामंच का आयोजन भी किया गया है जहाँ स्वयं बच्चे अपने तथा अपने साथी संगति की समस्याओं पर चर्चा करते है, वार्ड से जिला स्तर तक संबंधित विभाग, संस्था के साथ बैठक कर संवेदीकरण कार्यक्रम किया गया है। कुल 463 बच्चों को प्रत्यक्ष मदद दी गई है जिसमे मिसिंग के 50, मेडिकल के 25, शेल्टर के 4, रेस्टोरेशन के 28, प्रोटेक्शन फ्रॉम अब्यूज जिसमे मानव व्यपार, बाल विवाह, बल श्रम, आदि के है। 46 इमोशनल सपोर्ट और गाइडेंस के 59, महामारी काल मे फ़ूडपैकेट्स 156, तथा सरकार के अन्यान्य योजनाओं से जोड़ने वाले 92 मामले हैं। आने वाले समय मे हम और अधिक व्यक्ति, स्थान, संस्था, विभाग तक जा कर जागरूकता कार्यक्रम किया जाएगा। जिससे 1098 टोल फ्री नं जो चौबीस घंटे काम करती है जिसका अधिकाधिक प्रचार प्रसार हो सके। बच्चे, बड़े कोई भी इस नम्बर पर सूचना देकर बच्चों के अधिकार संरक्षण में अपनी भूमिका निभा सकता है तथा जागरूक नागरिक होने का फर्ज अदा कर सकता है। जब तक समाज का हर बच्चा सुरक्षित और संरक्षित नही है तब तक हमारे, आपके या किसी के बच्चे सुरक्षित नहीं होंगे।