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आर्थिक रूप से कमजोर मेघावी युवतियों के कौशल विकास के लिए अत्याधुनिक स्कूल ऑफ प्रोग्रामिंग का किया गया उ‌द्घाटन।

सारस न्यूज, किशनगंज।

प्रोजेक्ट पोटेंशियल ने ठाकुरगंज प्रखंड सहित जिला की आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की युवा लड़कियों के कौशल विकास के लिए एक अत्याधुनिक स्कूल ऑफ प्रोग्रामिंग का उ‌द्घाटन लहरा चौक किशनगंज में किया गया। प्रोजेक्ट पोटेंशियल के द्वारा स्कूल ऑफ प्रोग्रामिंग के माध्यम से क्षेत्र के कुल 100 युवतियों को न केवल तकनीकी शिक्षा उपलब्ध कराएगी बल्कि स्कूल में अध्ययनरत लड़कियों के लिए स्वरोजगार के लिए नई संभावनाओं के अवसर भी पैदा करेगी।

इस मौके पर प्रोजेक्ट पोटेंशियल के फाउंडर अबोध कुमार ने बताया कि प्रोग्रामिंग और कौशल विकास के लिए जिला के ग्रामीण क्षेत्रों की लड़कियों को अब प्रोग्रामिंग और 21वीं सदी के आवश्यक कौशल सीखने का अनूठा अवसर प्राप्त होगा। स्कूल ऑफ प्रोग्रामिंग का उ‌द्देश्य इन लड़कियों को आईटी और अन्य उ‌द्योगों में प्रेरणादायक नौकरियों के लिए तैयार करना है। यह पहल उन्हें एसटीईएम (विज्ञान, प्रौ‌द्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित) की दुनिया में प्रवेश करने का अवसर प्रदान करेगी। जिसमें चयनित एवं अध्ययनरत युवतियों को निःशुल्क आवासीय प्रोग्रामिंग पाठ्यक्रम में आवास, भोजन, और लैपटॉप शामिल हैं, जिससे छात्राओं को अपनी पढ़ाई और विकास पर पूर्ण ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलेगी। इस कैंपस का शुभारंभ 50 युवा लड़कियों के साथ हुआ है जिसे सौ की संख्या तक पहुंचाया जाएगा

उन्होंने बताया कि प्रोजेक्ट पोटेंशियल न पहले भी कई कार्यक्रमों के जरिए तथा अपने प्रयासों से कई युवतियों को आगे बढ़ने का मौका देते हुए कई सफलताओं की कहानी लिखी हैं। किशनगंज की अन्नू भारती जो नवगुरुकुल के पुणे कैंपस से प्रशिक्षित हुई, अब माइंड ट्री में 8 लाख सालाना आय कमा रही हैं। इसी तरह, ठाकुरगंज की भारती कुमारी नैटवेस्ट में 5.6 लाख प्रति वर्ष कमा रही हैं, और रवीना कुमारी ठाकुरगंज प्रखंड की अब 3 लाख प्रति वर्ष कमा रही हैं। ये कहानियाँ दिखाती हैं कि सही मार्गदर्शन और अवसर मिलने पर ये लड़कियाँ क्या हासिल कर सकती हैं।

उन्होंने बताया कि स्कूल ऑफ प्रोग्रामिंग का मुख्य लक्ष्य ग्रामीण क्षेत्रों की लड़कियों को सशक्त बनाना और उन्हें एक उज्जवल भविष्य की ओर मार्गदर्शन करना है। यह पहल न केवल उनकी व्यक्तिगत प्रगति में सहायक होगी बल्कि पूरे समुदाय के लिए भी एक प्रेरणा का स्रोत बनेगी। क्षेत्र की बेटियों को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है।वहीं इस मौके पर संस्था के फाउंडर जुबिन शर्मा, एसोसिएट डायरेक्टर कीर्ति गुप्ता, प्रोग्राम मैनेजर अनुराधा कुमारी, एडमिन सपोर्ट नवीन पोद्दार, कैंपस मैनेजर रूपम कुमारी आदि मुख्य रूप से मौजुद थे।

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