सारस न्यूज़, किशनगंज।
पोठिया प्रखंड के सभी पंचायतों में बाल विवाह की प्रवृत्ति पर रोक लगाने और स्कूली बच्चों के ड्रॉपआउट दर को न्यूनतम करने के उद्देश्य से विशेष जागरूकता अभियान शुरू किया गया है। इस पहल के तहत चयनित पंचायतों और विद्यालयों में समुदाय को जागरूक करने के लिए कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
यह अभियान चाइल्डलाइन एवं जन निर्माण केंद्र के सहयोग से संचालित किया जा रहा है। जागरूकता कार्यक्रम के दौरान छात्र-छात्राओं, उनके माता-पिता एवं स्थानीय नागरिकों को राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी जा रही है। इनमें मुख्यमंत्री कन्या सुरक्षा योजना, श्रम विभाग की दो पुत्रियों के विवाह हेतु ₹50,000 अनुदान योजना, उच्च शिक्षा और कौशल विकास से जुड़ी योजनाएं तथा बेरोजगारी भत्ता जैसी योजनाएं प्रमुख हैं।

अधिकारियों ने बताया कि इन योजनाओं का उद्देश्य बेटियों को कम से कम 18 वर्ष की आयु तक शिक्षा और कौशल विकास से जोड़कर आत्मनिर्भर बनाना है, ताकि वे सशक्त होकर ही विवाह का निर्णय ले सकें।
साथ ही, कम उम्र में विवाह के कारण उत्पन्न होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं जैसे मातृ मृत्यु दर (MMR), शिशु मृत्यु दर (IMR), कुपोषण एवं जन्मजात विकलांगता के जोखिमों के बारे में भी समुदाय को विस्तृत जानकारी दी जा रही है। इस प्रयास का मकसद बाल विवाह के दुष्परिणामों के प्रति समझ बढ़ाना और समय रहते उन्हें रोका जाना सुनिश्चित करना है।
इस मौके पर संबंधित पंचायत प्रतिनिधि, विद्यालयों के शिक्षक, महिला पर्यवेक्षिका, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, चाइल्डलाइन व जन निर्माण केंद्र की टीम तथा अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।
