बीते 16 जुलाई को बहादुरगंज नगर पंचायत के मुख्य पार्षद सुमित्रा देवी के ऊपर तेरह पार्षदो के द्वारा अविश्वास प्रस्ताव आज गुरूवार को उस समय खारिज हो गया जब कार्यपालक पदाधिकारी राम विलास दास द्वारा आहुत विशेष बैठक में एक भी नगर पार्षद उपस्थित नहीं हुए। फलस्वरूप कार्यपालक पदाधिकारी राम विलास दास को कोरम के अभाव में बैठक निरस्त करते हुए सुमित्रा देवी के मुख्य पार्षद के पद पर बने रहने की बात कही। लोकतंत्र में विकास का माध्यम जनप्रतिनिधि होते हैं ।परन्तु बहादुरगंज नगर पंचायत के मुख्य पार्षद के मनमानी व विकास के अवरूद्ध के नाम पर हर बार अविश्वास प्रस्ताव तो लाया जाता है। परन्तु बीते चार वर्षों में यह अविश्वास प्रस्ताव कभी सफल नहीं हो पाया। बताया जाता है कि बीते 16 जुलाई को 18 में से तेरह नगर पार्षद मुख्य पार्षद सुमित्रा देवी के विरूद्ध अविश्वास प्रस्ताव लायें। जिसमें मुख्य रूप से उप मुख्य पार्षद मो सफरूल, राजीव कुमार सिन्हा, पूनम सिन्हा, दीपक कुमार, सुनीता देवी, सईदुर रहमान, मो फैयाज आलम, कमरून निशा, रासमनी देवी, रफत नाज, मो शाकीर ,संजय भारती सहित अन्य पार्षद का नाम शामिल था। जिन्होंने मुख्य पार्षद सुमित्रा देवी के द्वारा मासिक बैठक नहीं बुलाने, नगर पार्षदों के शिकायतों की अनदेखी करने, सशक्त स्थायी समिति के अध्यक्ष होने के बावजूद कार्य संचालन एवं अन्य दायित्व निर्वहन करने में केअसफल जैसी अन्य कई गम्भीर आरोप लगाते हुए अविश्वास प्रस्ताव को लेकर बैठक बुलाने की मांग की गयी थी। वही समय सीमा के अन्दर मुख्य पार्षद सुमित्रा देवी के द्वारा के बैठक नहीं बुलाने पर नियमानुसार कार्यपालक पदाधिकारी राम विलास दास ने सभी पार्षदों को सूचना देकर 29 जुलाई 2021 रोज गुरूवार को 11 बजे दिन में नगर पंचायत कार्यालय परिसर स्थित सभागार में पार्षदो की बैठक बुलायी गई। वही जिला प्रशासन की ओर से बैठक के सुचारुप से संचालन को लेकर राज कुमार प्रखण्ड सहकारिता पदाधिकारी बहादुरगंज को दंडाधिकारी एवं एएसआई अशोक चौधरी के नेतृत्व में बहादुरगंज थाना की ओर से पुलिस जवान को तैनात किया गया।सभागार भवन में कार्यपालक पदाधिकारी राम विलास दास एवं कार्यालय कर्मी नियत समय से पहले से ही उपस्थित थे। परन्तु पूर्व निर्धारित समय11बजे होने वाली बैठक में 12बजे तक कोई भी नगर पार्षद बैठक स्थल पर नहीं पहुँचे। तदुपरांत कार्यपालक पदाधिकारी राम विलास दास ने कोरम के अभाव में बैठक नहीं होने की बात कहते हुए अविश्वास प्रस्ताव निरस्त होने की बात कही। उन्होंने यह भी कहा कि नियमानुसार अविश्वास बैठक में पार्षद के नहीं आने के कारण अविश्वास प्रस्ताव स्वत निरस्त हो गया। वही मुख्य पार्षद सुमित्रा देवी ने इतना भर बतायी कि नगर पार्षदो का किसी भी प्रकार का असंतोष नहीं है। सभी पार्षद मेरे साथ हैं ।