सारस न्यूज टीम, सारस न्यूज, बहादुरगंज।
बाल विवाह प्रतिषेध कार्यक्रम के तहत दसिया टोली स्थित आजाद इंडिया फाउंडेशन अंतर्गत चल रहे मलाला फाउंडेशन की ओर से पंचायत स्तरीय एक दिवसीय कार्यशाला कार्यक्रम का आयोजन चाइल्डलाइन के जिला समन्वयक सह बिहान संस्था के कानूनी सलाहकार पंकज कुमार झा की अध्यक्षता में किया गया। जिसमें बाल विवाह की रोकथाम पर विस्तृत चर्चा की गई, संस्था के परियोजना समन्वयक ताबिस अख्तर ने कहा कि मलाला फाउंडेशन पिछले कई वर्षों से बाल विवाह पर जागरूकता लाने का कार्य कर रहा है। बच्चों की समस्या पूरे देश में मुद्दा बन गया है सरकार बच्चे के अधिकार पर चिंतित है उनके लिए तरह के कानून बनाए गए हैं बाल विवाह संवेदनशील मुदद बन गया। तो वही कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे पंकज कुमार झा ने बताया कि बाल विवाह कराना कानूनन अपराध है। इसे समाज मे फैलने से पहले रोकना आवश्यक है। यह समाज के लिए घातक है। महिला संबंधी अपराध रोकने में समाज की जागरूकता लानी होगी, ताकि महिलाएं स्वयं को सुरक्षित महसूस कर सकें। बाल-विवाह रोकथाम हेतु हमें समाज, विद्यालयों में जागरूकता हेतु प्रयास करना होगा, ताकि बालिकाएं अपने लक्ष्य से न भटकें और उन्हे आत्मनिर्भर बनाया जा सके। आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विहान संस्था के मुजाहिद आलम ने बताया कि बाल विवाह अधिनियम 2006 के तहत 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चे की शादी कराना कानूनन अपराध है, बाल विवाह किसी बच्चे को अच्छे स्वस्थ, पोषण और शिक्षा के अधिकार से वंचित करता है। ऐसा माना जाता है कि कम उम्र में विवाह के कारण लड़कियों की हिंसा, दुर्व्यवहार और उत्पीड़न का अधिक सामना करना पड़ता है। कम उम्र में विवाह का लड़के और लड़कियों दोनों पर शारीरिक, बौद्धिक, मनोवैज्ञानिक और भावनात्मक प्रभाव पड़ता है, शिक्षा के अवसर कम हो जाते हैं और व्यक्तित्व विकास सही ढंग से नहीं हो पाता है। हालांकि बाल विवाह से लड़के भी प्रभावित होते हैं, लेकिन यह एक ऐसा मुद्दा है जिससे लड़कियां बड़ी संख्या में प्रभावित होती है। इस बाबत इस तरह के मामला सामने आने पर चाइल्डलाइन के निःशुल्क नम्बर 1098 में देने की बात कॉलेब समन्वयक मरगूब इल्मी कही। तो वही तटवासी समाज न्यास के जिला समन्वयक बिपिन बिहारी ने महिला उत्पीड़न एवं शादी की नियत से बाल तस्करी हो रहे मामलों पर विस्तृत जानकारी दिया।
उक्त कार्यक्रम में चाइल्डलाइन के प्रतिनिधि सबीह अनवर, परिमल कुमार,नज़र इमाम, एहतेशाम हक, वी फ़ॉर यु के बिहार प्रभारी वकार अकरम, माला फाउंडेशन के सुपरवाइजर गितिका, राम नारायण, असलम आदि ग्रामीण मौजूद थे।
