सारस न्यूज, किशनगंज।
प्रखंड के सभी सरकारी विद्यालयों में गुरुवार को पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की 135वीं जयंती मनाई गई। इस दौरान प्रखंड के जिरनगछ पंचायत में स्थित उमवि झड़वाडांगा में शिक्षक – शिक्षिकाओं व स्कूली बच्चों ने केक काटा और आधुनिक भारत के निर्माता, भारत रत्न व भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरु की चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
विद्यालय के प्रधान शिक्षक राज किशोर प्रसाद ने पंडित नेहरू को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने सत्य, एकता और शांति को बहुत महत्व दिया। वह एक सफल प्रशासक, महान चिंतक और साहित्यकार थे। चाचा नेहरू आधुनिक भारत के जन्मदाता थे। उन्होंने प्रजातांत्रिक, धर्मनिरपेक्ष, बहुवादी और मजबूत भारत की नींव रखी। पंडित नेहरू में देश की जनता को समझने की गहरी समझ थी। सौम्यता, सरलता, सादगी और अपने विरोधियों को भी सम्मान देना उनकी आदत थी। जवाहर लाल नेहरू आर्थिक समानता लाने के लिए सदैव कटिबद्ध थे। देश की एकता और अखंडता को बरकरार रखने का काम पंडित नेहरू ने किया। वह भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के सर्वोच्च नेता के तौर पर उभरे।
पंडित नेहरू ने 1947 में भारत की एक स्वतंत्र राष्ट्र की स्थापना से लेकर 1964 में अपने निधन तक भारत को दिशा दिखाई। लंबे संघर्ष से मिली भारत की आजादी के लिए जवानी के 10 वर्ष ब्रिटिश सत्ता की जेलों में काट देने वाले नेहरू ने केवल आजादी का संहिताकरण कराकर दुनिया के सबसे बड़े संवैधानिक लोकतंत्र की संस्थापना का नेतृत्व ही नहीं किया, बल्कि भारत की व्यापक विविधता की कठिन चुनौती को ही उसकी सबसे बड़ी ताकत बना दिया। देश उनके योगदान को कभी नहीं भुला सकता। इस अवसर पर सहायक शिक्षक प्रवीण कुमार यादव, मीना दास, सर्वेश कुमार, मो नावेद आलम, सोमाली पाल, नंदनी कुमारी आदि शिक्षक व छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।