सारस न्यूज, किशनगंज।
बाल विकास परियोजना दिघलबैंक में कुपोषण को दूर करने के लिए सामुदायिक सहभागिता पर जोर दिया जा रहा है। आमजनों को पोषण के प्रति नजरिया व उनके रोजाना के व्यवहार में बदलाव लाने के मद्देनजर पोषण परामर्श केंद्र की स्थापना भी की गई है। पोषण परामर्श केंद्र की मदद से माता- पिता को अपने शिशुओं के बेहतर पोषाहार व बच्चों में कुपोषण की स्थिति की जानकारी दी जा रही है।
कार्यक्रम में प्रखंड विकास पदाधिकारी दिघलबैंक द्वारा फीता काटकर पोषण परामर्श केंद्र का शुभारंभ किया गया। वही बीडियो द्वारा पोषण पखवाड़ा को सफल बनाने हेतु उनके देखरेख में सभी गतिविधियों का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बीडियो ने कहा की कुपोषण पर लगाम लगाने के लिए लोगों का जागरूक होना जरूरी है। लोगों के जागरूकता के लिए प्रखंड में पोषण रथ, परामर्श केंद्र के अलावा विभिन्न गतिविधियाँ आयोजित कर पोषण के संदेश को जन-जन तक पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बच्चे के सही पोषण के लिए उनके पहले हजार दिन महत्वपूर्ण हैं। जिसमें गर्भावस्था के 270 दिन, उसके बाद 2 वर्ष तक लगभग 730 दिन होते हैं। इसी समय बच्चे को सही आहार दिया जाना चाहिए जिससे उसका मस्तिष्क तेजी से विकास कर सके। पौष्टिक आहार के रूप में 6 माह तक बच्चे को केवल मां का दूध एवं उसके बाद ऊपरी आहार दिया जाना चाहिए। बीडियो ने कहा कि हमारे देश की बहुत सी महिलाएं और किशोरी को एनीमिया की शिकायत है। गर्भवती महिलाओं के एनीमिया ग्रसित होने का असर उनके होने वाले बच्चों में भी पड़ सकता है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा गर्भवती महिलाओं को आईएफए टेबलेट, कैल्शियम टैबलेट, आयरन की गोलियां दी जाती है। छोटे बच्चों में आयरन की कमी रोकने के लिए सीरप दिया जाता है। छोटे बच्चों में डायरिया की शिकायत होती है जिसके लिए ओआरएस घोल दिया जाता है। डायरिया की स्थिति में भी बच्चों का स्तनपान करना बंद नहीं करना चाहिए। उन्होंने पोषण के साथ ही स्वच्छता को भी स्वास्थ्य रहने के लिए महत्वपूर्ण बताया।
उन्होंने कहा कि लोगों को हाथ सफाई को बच्चों की आदत में शामिल करना चाहिए। कार्यक्रम के दौरान प्रखंड के कई पंचायतों से आये स्वस्थ्य बालक/बालिका स्पर्धा का आयोजन किया गया। जिसमें प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर आने वाले बच्चों को उनके माता-पिता की उपस्थिति में पुरष्कार व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। मौके पर प्रधान लिपिक उद्यानंद मंडल, प्रखंड समन्वयक रोहन कुमार मंडल, महिला पर्यवेक्षिका तलत नसरीन, सेफाली दास व सेविका, सहायिका उपस्थित थे।
