सारस न्यूज, गलगलिया, किशनगंज।
सरकार भले ही बैंकों में ग्राहकों की सुविधा की बेहतरी के लिए तरह तरह की बातें करती है लेकिन स्थानीय स्तर पर बैंकों में लापरवाही का आलम देखने को मिलता है। और ग्राहक केवल परेशान होता है जबकि बैंक के जिम्मेदार लोग मौन साधे हुए है। एक ऐसा ही नजारा फिर से गलगलिया एसएसबी बैंक में देखने को मिल रहा है जहां पर आये दिन पासबुक प्रिंटर मशीन खराब रहती है।आम लोगों के लिए दो-चार हजार रुपया बैंक में कैश नही रहती और खाश लोगों के लिए लाखों रुपया कैश रहती है।एसबीआई ने एटीम भी यहाँ से उठा लिया है और बैंक से कैश नही मिलने पर ग्राहक मजबूरन बाहर के विभिन्न स्थानों पर बायोमेट्रिक सिस्टम एजेंट से कैश निकालते हैं जहाँ ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी की संभावना बनी रहती है। चिंता की बात तो यह है कि ग्राहक अपने पासबुक पर हो रहे लेनदेन को प्रिंट नही करा सकते है।
इस बैंक के स्थानीय ग्राहकों में आकाश गुप्ता,सरफराज आलम, नगमा निशा, मो.असलम, आलोक कुमार, सद्दाम हुसैन सहित कई ग्राहकों ने बैंक में हो रहे उक्त समस्या के संबंध में बताया कि बैंक कर्मियों को ग्राहकों के परेशानी से जैसे कोई लेना देना नही है। कहा कि बैंक की ऐसी खराब सेवा से स्थानीय लोगों को साल 2018 में गलगलिया एसबीआई बैंक में हुई वीतिय गड़बड़ी याद आने लगी है।उस वक्त भी काफी दिनों तक प्रिंटर मशीन खराब बताया जाता था और बाद में वित्तीय गड़बड़ी का मामला अखबार की सुर्खियां बन गई थी। हालांकि बैंक द्वारा सभी ग्राहकों का रुपया लौटाया गया था मगर इस तरह खराब व्यवस्था और छोटी छोटी लापरवाही से ग्राहकों के नजर में बैंक की सुविधा और व्यवस्था पर विश्वास कम होता जा रहा है। वहीं ग्राहक जब बैंक के कर्मियों से इस समस्या के निदान को लेकर पूछते हैं तो बैंककर्मी यह कहकर पल्ला झाड़ लेते हैं कि बैंक घाटे में चल रही है इसलिए कैश का अभाव है, प्रिंटर खराब या लिंक फैल है। यही नही बैंक के कैशियर तो भोले-भाले ग्राहकों से उत्तेजित भाषा का प्रयोग कर कहते हैं कि यहाँ सब रुपये की निकासी ही करने आते हैं,कोई भी रुपया जमा नही करता है तो कैश कहाँ से आएगा। अब यहां सवाल उठता है कि आखिर बैंक ग्राहकों की सुविधा को क्यों नजरअंदाज करता है? या बैंक के स्थानीय जिम्मेदार लोग इस समस्या को आगे क्यों नही बताते जिससे बैंक में रखा पासबुक प्रिंटर सही कराया जा सके। लेकिन पता नही क्यों आये दिन एसबीआई बैंक गलगलिया का पासबुक प्रिंटर मशीन खराब रहता है और जिम्मेदार लोग ग्राहकों की सुविधा को ध्यान न देते हुए मौन साधे हुए है।