किशनगंज में एनसीडी स्क्रीनिंग अभियान तेज, अब तक 1.84 लाख से अधिक लोगों की हो चुकी है जांच
स्वस्थ जीवन के लिए समय पर जांच कराएं और गंभीर बीमारियों से बचें
जिला पदाधिकारी का निर्देश – हर व्यक्ति की स्क्रीनिंग सुनिश्चित करें, 31 मार्च तक 100% लक्ष्य प्राप्ति का लक्ष्य
राहुल कुमार, सारस न्यूज, किशनगंज।
आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, हृदय रोग और कैंसर जैसी बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। चिंता की बात यह है कि इन रोगों के शुरुआती लक्षण स्पष्ट नहीं होते, जिससे व्यक्ति समय पर इलाज नहीं करा पाता। नतीजतन, जब तक बीमारी का पता चलता है, तब तक यह गंभीर रूप ले चुकी होती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, भारत में हर साल लाखों लोग इन बीमारियों के कारण असमय मृत्यु का शिकार हो रहे हैं। लेकिन अगर समय रहते इनकी पहचान कर ली जाए, तो इनका प्रभावी उपचार संभव है। इसी को ध्यान में रखते हुए किशनगंज जिले में गैर-संचारी रोग (NCD) स्क्रीनिंग विशेष अभियान चलाया जा रहा है। गैर-संचारी रोग (NCD) जैसे हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, हृदय रोग और कैंसर से बचाव के लिए किशनगंज जिले में एनसीडी स्क्रीनिंग विशेष अभियान तेज गति से जारी है। अब तक जिले में 1,84,000 से अधिक लोगों की स्क्रीनिंग पूरी हो चुकी है, जबकि कुल 6,25,444 लोगों की जांच का लक्ष्य रखा गया है। जिसका निरिक्षण आज हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (HWC) गाछपाड़ा, किशनगंज में एनसीडी स्क्रीनिंग विशेष अभियान की प्रगति एनसीडीओ डॉ. उर्मिला कुमारी स्वयं उपस्थित रहीं और अभियान की समीक्षा की। उन्होंने कहा, “यह अभियान जिले के प्रत्येक नागरिक के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। समय पर जांच होने से गंभीर बीमारियों की रोकथाम की जा सकती है और उचित उपचार समय पर शुरू किया जा सकता है। इस अभियान का उद्देश्य 30 वर्ष से अधिक आयु के हर व्यक्ति की जांच सुनिश्चित करना और रोगों का जल्द पता लगाकर इलाज उपलब्ध कराना है।
हर व्यक्ति की जांच सुनिश्चित करें- जिला पदाधिकारी : एनसीडी स्क्रीनिंग अभियान की समीक्षा बैठक में जिला पदाधिकारी विशाल राज ने निर्देश दिया कि 31 मार्च तक 30 वर्ष से अधिक आयु के प्रत्येक व्यक्ति की स्क्रीनिंग अनिवार्य रूप से की जाए। उन्होंने कहा “हमारा लक्ष्य सिर्फ आंकड़े पूरा करना नहीं, बल्कि जिले के हर नागरिक को स्वस्थ रखना है। स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया गया है कि अभियान की गति को और तेज किया जाए और हर आशा कार्यकर्ता, एएनएम और सीएचओ को अपनी जिम्मेदारी पूरी करनी होगी।
गंभीर बीमारियों से बचाव के लिए स्क्रीनिंग जरूरी- सिविल इस अभियान की समीक्षा करते हुए सिविल सर्जन डॉ. मंजर आलम ने कहा, “हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और हृदय रोग जैसी बीमारियों से बचने के लिए नियमित जांच कराना बहुत जरूरी है। यदि समय पर इनका पता लगा लिया जाए तो जटिलताओं से बचा जा सकता है। स्वास्थ्य विभाग जिले में हर व्यक्ति की स्क्रीनिंग सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
एनसीडी स्क्रीनिंग क्यों है जरूरी?
- शरीर में छिपी बीमारियों का जल्दी पता चलने से समय पर इलाज शुरू किया जा सकता है।
- ब्लड प्रेशर और डायबिटीज जैसी बीमारियों से बचाव और नियंत्रण किया जा सकता है।
- गंभीर जटिलताओं जैसे हार्ट अटैक, स्ट्रोक और किडनी फेलियर से बचा जा सकता है।
- समय पर इलाज मिलने से जीवन की गुणवत्ता बेहतर होती है और रोगियों का स्वास्थ्य सुरक्षित रहता है।
एनसीडी स्क्रीनिंग: छिपी हुई बीमारियों को पहचानने का मौका:
एनसीडीओ डॉ. उर्मिला कुमारी का कहना है कि एनसीडी रोग धीरे-धीरे शरीर को कमजोर करते हैं और कई बार शुरुआती लक्षण स्पष्ट नहीं होते। लोग तब तक इलाज शुरू नहीं करते जब तक बीमारी गंभीर स्तर पर न पहुंच जाए। लेकिन नियमित स्क्रीनिंग से इन रोगों का समय पर पता चल सकता है और उचित उपचार से व्यक्ति स्वस्थ जीवन जी सकता है। स्वास्थ्य विभाग ने जिले के नागरिकों से अपील की है कि वे निकटतम हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर या स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर निःशुल्क जांच करवाएं और अपना ब्लड प्रेशर, शुगर और अन्य आवश्यक परीक्षण कराएं।
