बीरबल महतो, सारस न्यूज़, पौआखली।
पौआखाली थाना क्षेत्र अंतर्गत खानाबाड़ी, नयागंज गांव के समीप निर्माणाधीन ईट भट्ठा एकबार फिर विवादों में फंसता नजर आ रहा है। वर्ष 2018 के बाद फिर निर्माण कार्य आरंभ होने पर लोगों ने इसे बंद करने की मांग की है। वहीं इसे पर्यावरण, कृषि तथा आसपास के गांवों में रहने वाले लोगों के लिए गंभीर दुष्परिणामों का कारण बताते हुए पौआखाली मुखिया प्रतिनिधि अहमद हुसैन उर्फ लल्लू सहित अन्य लोगों ने जिला पदाधिकारी सहित कई वरीय अधिकारियों को आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की है।
आवेदन देकर कहा है कि जहां ईट भट्ठा निर्माण हो रहा है, वह क्षेत्र कृषि योग्य है तथा अधिकतर लोग कृषि पर आधारित हैं। साथ ही आवेदन में कहा है कि 60 मीटर की दूरी पर स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र, चर्च एवं उप स्वास्थ्य केंद्र अवस्थित है, वहीं 50 मीटर की दूरी पर जनवितरण राशन की दुकान एवं ईदगाह भी नयागंज में है। जो एनजीटी के नियमों के प्रतिकूल है। साथ ही कहा है कि 500 मीटर के दायरे में हजारों की आबादी में गांव बसा हुआ है, जिससे सैकड़ों एकड़ फसल एवं मछली पालन पर भी बुरा असर पड़ेगा। बताते चलें कि वर्ष 2018 में भी उक्त निर्माणाधीन ईट भट्ठे को लेकर ग्रामीणों ने विरोध जताया था तथा वरीय पदाधिकारियों को आवेदन भी दिया था। जिसपर जांच भी की गई थी। हालांकि तब से उक्त ईट भट्ठे में निर्माण कार्य बंद था। ईट भट्ठा संचालक गौतम चन्द्रवंशी ने उपरोक्त आरोपों को बेबुनियाद बताया साथ ही कहा कि वे एनओसी लेकर ही ईट भट्ठे का निर्माण करा रहे हैं तथा इस संबंध में उन्होंने वाद भी दायर किया है। उन्होंने कहा कि वे नियमों के अनुसार ही ईट भट्ठा निर्माण करा रहे हैं।