राहुल कुमार, सारस न्यूज, किशनगंज।
जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ बनाने और हर व्यक्ति तक गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन ने महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। जिलाधिकारी विशाल राज की अध्यक्षता में आयोजित एक बैठक में बिहार इंस्टिट्यूशन नॉर्म्स, 2013 के तहत स्वास्थ्य सेवाओं के व्यापक सुधार की घोषणा की गई।
इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि जिले में 15 नर्सिंग होम और ओपीडी क्लीनिक का नवीनीकरण किया गया है। इनमें 1 नर्सिंग होम, 2 एक्स-रे सेंटर और 1 पैथोलॉजी सेंटर के नए लाइसेंस जारी किए गए हैं। इसके अतिरिक्त, 1 पैथोलॉजी सेंटर के लाइसेंस का नवीनीकरण भी किया गया है।
नवीनीकरण प्रक्रिया के दौरान कुछ संस्थानों में कमियां पाई गईं, जिनमें 3 नर्सिंग होम और 1 पैथोलॉजी सेंटर शामिल हैं। इन संस्थानों को तीन दिनों के भीतर सुधार के लिए नोटिस जारी किया गया है।
जिलाधिकारी विशाल राज ने कहा, “हमारा उद्देश्य अंतिम व्यक्ति तक सहज और सुलभ स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाना है। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कोई भी व्यक्ति बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित न रहे। स्वास्थ्य सेवाओं में पारदर्शिता और गुणवत्ता बनाए रखना हमारी प्राथमिकता है। जो संस्थान मानकों का पालन नहीं करेंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
उन्होंने आगे कहा कि जिला प्रशासन की यह पहल समाज के कमजोर वर्गों को समर्पित है, ताकि हर नागरिक को सुलभ और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें। प्रशासन यह सुनिश्चित कर रहा है कि ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों में भी स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच आसान हो।
सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार ने कहा, “नवीनीकरण प्रक्रिया के माध्यम से संस्थानों को सुधारने का प्रयास किया जा रहा है। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि सभी संस्थान उच्चतम गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों का पालन करें।”
सिविल सर्जन ने यह भी बताया कि यह कदम न केवल स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता सुधारने का प्रतीक है, बल्कि यह दर्शाता है कि जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग समाज के हर वर्ग को लाभान्वित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इस पहल से नागरिकों में विश्वास बढ़ा है कि स्वास्थ्य सेवाएं अब पहले से अधिक सुलभ और पारदर्शी होंगी।