राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
परिवार नियोजन एक ऐसा विषय है जिसे समाज के हर वर्ग तक पहुंचाना अत्यंत आवश्यक है। एक स्वस्थ समाज के निर्माण में परिवार नियोजन की महत्वपूर्ण भूमिका होती है, और इसे ध्यान में रखते हुए, परिवार कल्याण कार्यक्रम के अंतर्गत मेगा अंतराल दिवस को मनाने की परंपरा शुरू की गई है। इस विशेष दिन का उद्देश्य परिवार नियोजन के अस्थाई विधियों को प्रोत्साहित करना और इनसे जुड़े लाभार्थियों को बेहतर और नियमित सेवाएं प्रदान करना है। 17 से 29 मार्च तक “परिवार नियोजन सेवा पखवाड़ा” का आयोजन किया जा रहा है, जिसके तहत 21 मार्च को जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर मेगा अंतराल दिवस बड़े पैमाने पर मनाया जाएगा। वही जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों और हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों पर शुक्रवार को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान और परिवार नियोजन दिवस का आयोजन किया गया। इस अभियान के तहत गर्भवती महिलाओं की आवश्यक जांच की गई, उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं को चिह्नित किया गया और उन्हें विशेष देखभाल के लिए निर्देशित किया गया। इसके साथ ही, महिलाओं को परिवार नियोजन के स्थायी और अस्थायी साधनों के प्रति जागरूक किया गया और बच्चों के बीच उचित अंतर रखने के फायदे समझाए गए।सदर अस्पताल उपाधीक्षक के द्वारा स्वयं कार्यक्रम का निरिक्षण किया गया |मेगा अंतराल दिवस का उद्देश्यसिविल सर्जन डॉ मंजर आलम ने बताया की मेगा अंतरा दिवस का प्रमुख उद्देश्य है परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों के प्रति लोगों को जागरूक करना। इसके तहत अस्थाई गर्भनिरोधक विधियों जैसे कंडोम, गर्भनिरोधक गोलियाँ, इमरजेंसी पिल्स, कॉपर-टी आदि के उपयोग को बढ़ावा दिया जाता है। परिवार नियोजन के इन अस्थाई साधनों के माध्यम से न केवल अवांछित गर्भधारण को रोका जा सकता है, बल्कि दंपतियों को अपने परिवार के आकार और बच्चों के बीच अंतराल को सही तरीके से निर्धारित करने में भी मदद मिलती है ,सिविल सर्जन ने बताया की मेगा अंतराल दिवस का आयोजन एक सराहनीय कदम है, जो न केवल दंपतियों को परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों के बारे में जानकारी प्रदान करता है, बल्कि उन्हें सही निर्णय लेने के लिए प्रेरित भी करता है। 21 मार्च को आयोजित यह दिवस अस्थाई गर्भनिरोधक साधनों के उपयोग को बढ़ावा देकर समाज में स्वास्थ्य और समृद्धि का संदेश फैलाएगा। परिवार नियोजन के प्रति जागरूकता और सेवाओं की सुलभता से समाज में सकारात्मक बदलाव लाया जा सकता है, जो देश के समग्र विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।जिले भर में कुल 150 से अधिक महिलाओ को अंतरा लगते हुए कई सुझाव दिए गये |परिवार नियोजन के अस्थाई विधियों के फायदेसिविल सर्जन डॉ मंजर आलम ने बताया की परिवार नियोजन के अस्थाई साधन परिवार को संतुलित रखने के साथ-साथ मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाते हैं। एक स्वस्थ अंतराल से माँ को अपने स्वास्थ्य को पुनः प्राप्त करने का समय मिलता है और शिशु के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए भी यह महत्वपूर्ण होता है। इसके अलावा, अस्थाई साधनों का उपयोग करने से दंपति अपने जीवन की अन्य प्राथमिकताओं जैसे शिक्षा, करियर, और आर्थिक स्थिरता पर भी ध्यान केंद्रित कर सकते हैं। अस्थाई गर्भनिरोधक साधन सुरक्षित और प्रभावी होते हैं, और इन्हें किसी भी समय रोका जा सकता है। इसलिए, यह उन दंपतियों के लिए उपयुक्त हैं जो परिवार की योजना को लचीले तरीके से निर्धारित करना चाहते हैं। इसके अलावा, मेगा अंतराल दिवस जैसे आयोजनों से समाज में परिवार नियोजन के प्रति नकारात्मक धारणाओं को भी समाप्त करने में मदद मिलती है।समाज पर सकारात्मक प्रभावसदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ अनवर हुसैन ने बताया की मेगा अंतराल दिवस का आयोजन केवल स्वास्थ्य सेवाओं तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका व्यापक सामाजिक प्रभाव भी है। परिवार नियोजन के महत्व को समझकर दंपति समाज में जिम्मेदार नागरिक बनते हैं, और यह समाज के समग्र विकास में योगदान देता है। एक स्वस्थ समाज के निर्माण के लिए परिवार का नियोजन, बच्चों की संख्या और उनके बीच अंतराल का सही निर्धारण आवश्यक होता है, जिससे संसाधनों का सही उपयोग किया जा सके और सभी को बेहतर जीवन स्तर प्राप्त होपरिवार नियोजन: स्वस्थ भविष्य की कुंजीसदर अस्पताल की महिला चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. शबनम यास्मीन ने बताया कि परिवार नियोजन को बढ़ावा देने के लिए हर महीने जिले के सभी पीएचसी और हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों पर परिवार नियोजन दिवस आयोजित किया जाता है। इस अभियान के तहत योग्य दंपतियों को गर्भनिरोधक इंजेक्शन (अंतरा), पीपीआईयूसीडी, आईयूसीडी, साप्ताहिक गर्भनिरोधक गोली (छाया) और अन्य साधन निःशुल्क उपलब्ध कराए गए।
