सारस न्यूज़, किशनगंज।
आगामी मुहर्रम पर्व 2025 को शांतिपूर्ण, अनुशासित एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न कराने हेतु आज एक उच्चस्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। यह बैठक पुलिस अधीक्षक श्री सागर कुमार की अध्यक्षता में आयोजित हुई, जिसमें जिले भर के प्रतिनियुक्त दंडाधिकारियों और पुलिस पदाधिकारियों ने भाग लिया।
बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पुलिस अधीक्षक जुड़े रहे, जबकि समस्त अधिकारी महानंदा सभागार में भौतिक रूप से उपस्थित रहे। इस अवसर पर अनुमंडल पदाधिकारी श्री अनिकेत कुमार, पंचायती राज पदाधिकारी श्री जफर आलम, वरिष्ठ उप समाहर्ता श्री कुमार ब्रजेश सहित अन्य प्रशासनिक व पुलिस पदाधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में पुलिस अधीक्षक ने मुहर्रम की संवेदनशीलता को देखते हुए कई आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए। उन्होंने कहा कि किशनगंज जिला में यह पर्व वर्षों से भाईचारे और सामाजिक समरसता का प्रतीक रहा है, किंतु हाल की कुछ घटनाओं को ध्यान में रखते हुए पूरी सतर्कता और पारदर्शिता के साथ कार्य किया जाना अनिवार्य है।
प्रमुख निर्देश:
🔹 संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान कर त्वरित भ्रमण और सतर्क निगरानी की जाए।
🔹 सभी ताजिया जुलूस की वीडियोग्राफी अनिवार्य रूप से कराई जाए, आवश्यकता होने पर ड्रोन कैमरों का उपयोग किया जाए।
🔹 बिना विधिवत अनुमति (लाइसेंस) और निर्धारित सुरक्षा दल के कोई भी जुलूस न निकले।
🔹 प्रत्येक मजिस्ट्रेट एवं पुलिस अधिकारी अपने प्रतिनियुक्त स्थल से अपनी उपस्थिति की फोटो साझा करें।
🔹 BDO, CO एवं अन्य प्रतिनियुक्त अधिकारियों को पहचान पत्र (ID कार्ड) अनिवार्य रूप से पहनने का निर्देश।
🔹 वायरलेस संचार प्रणाली लगातार सक्रिय रखी जाए एवं प्रत्येक सूचना का समय पर आदान-प्रदान सुनिश्चित हो।
🔹 वाहनों में वायरलेस सेट की आवाज स्पष्ट हो और हर सूचना त्वरित रूप से संबंधित कर्मियों तक पहुँचे।
🔹 शराब, स्मैक इत्यादि पर कड़ी निगरानी रखी जाए, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन व अन्य स्थानों पर छापेमारी की जाए।
🔹 सोशल मीडिया की निरंतर निगरानी की जाए, किसी भी भ्रामक या उत्तेजक पोस्ट पर तत्काल कानूनी कार्रवाई हो।
🔹 जुलूस के दौरान कोई भी व्यक्ति सार्वजनिक रूप से अग्नि प्रदर्शन करने का प्रयास न करे – इस पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा।
🔹 दूसरे समुदाय की संपत्तियों के सामने उत्तेजक नारों, झंडों या किसी भी उकसावेपूर्ण कृत्य पर सख्ती से रोक लगाई जाए।
🔹 जुलूस मार्ग में बिजली के लटकते तार, होर्डिंग आदि अवरोधक तत्वों को पूर्व में ही हटाया जाए।
🔹 सभी थाना प्रभारी अपने सरकारी फोन चालू रखें एवं जिला मुख्यालय से सतत संपर्क में बने रहें।
पुलिस अधीक्षक ने बैठक के दौरान पटना में हाल ही में घटित एक तनावपूर्ण स्थिति का उदाहरण देते हुए कहा कि ऐसी घटनाओं से सीख लेकर सभी अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में सजगता और तत्परता के साथ कार्य करें। उन्होंने यह भी दोहराया कि नागरिकों की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का सम्मान किया जाएगा, लेकिन अगर कोई इसकी आड़ में दूसरों की शांति भंग करेगा तो प्रशासन सख्त कार्रवाई करेगा।
उन्होंने यह स्पष्ट किया कि चुनाव वर्ष होने के कारण इस बार शांति व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी और अधिक महत्वपूर्ण हो जाती है। सभी अधिकारी अलर्ट मोड में रहकर अपने कर्तव्यों का निर्वहन करें।
बैठक में बहादुरगंज, टेढ़ागाछ सहित अन्य संवेदनशील थाना क्षेत्रों के प्रभारी अधिकारियों से संवाद किया गया और स्थानीय समस्याओं पर चर्चा करते हुए समाधान हेतु आवश्यक निर्देश दिए गए।
बैठक के समापन पर पुलिस अधीक्षक ने सभी अधिकारियों को आगाह किया कि जिले में सौहार्दपूर्ण वातावरण बनाए रखना प्रशासन और पुलिस की पहली जिम्मेदारी है, और किसी भी प्रकार की गड़बड़ी की संभावना को पहले ही समाप्त कर दिया जाना चाहिए।
