शशि कोशी रोक्का, सारस न्यूज़, ठाकुरगंज।
किसी ने सच ही कहा है संघर्ष की रात जितनी ज्यादा अंधेरी होती है सफलता का सूरज उतना ही तेज चमकता है। यही कर दिखाया है बिहार के जिला किशनगंज के ठाकुरगंज प्रखंड नगर पंचायत की वार्ड नंबर 04 एक लड़की ने जिसका नाम नेहा सोरेन हैं। नेहा सोरेन के ना तो मां है, और ना ही पिता है। माता-पिता का निधन हो जाने के बाद सर से माता-पिता का साया उठ गया, फिर भी नेहा सोरेन ने हिम्मत नहीं हारी और अपने दो भाइयों के साथ मिलकर जिंदगी की संघर्ष की कदम पर चलना शुरू किया। अनाथ होने के बावजूद पढ़ाई लिखाई से लेकर घर का खर्च खुद ही उठाने लगी, खुद से पढ़ाई करके मैट्रिक में फर्स्ट डिवीजन से पास की और उस क्षेत्र में वह पहली ऐसी लड़की है जिन्होंने मैट्रिक में प्रथम श्रेणी हासिल किया है। मैट्रिक पास करने के बाद कॉलेज में एडमिशन कराने के लिए पैसें नहीं थे, जब इस बात का पता नगर पंचायत के मुख्य पार्षद प्रमोद कुमार चौधरी को चला तो उन्होंने रुपया देकर ठाकुरगंज के एम एच नेशनल इंटर कॉलेज में नेहा सोरेन का नामांकन करवाया। नगर अध्यक्ष प्रमोद कुमार चौधरी एवं क्षेत्र के कई समाजसेवी अनाथ बच्चों का मदद कर रहे हैं जो पूरे इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है।