बीरबल महतो, सारस न्यूज़, किशनगंज।
प्रखंड में कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर आयोजित होने वाले रास महोत्सव की तैयारी जोर शोर से शुरू हो गयी है। मन्दिरो में रंग रोगन कार्यो के साथ साथ राधा कृष्ण की प्रतिमा बनाने वाले मूर्तिकार पहुंच गए है और मूर्ति को अंतिम रूप देने में लगे हैं। आगामी 18 नवंबर गुरुवार के संध्या साढ़े चार बजे प्रतिमा रास पर स्थापित की जाएगी। उसके बाद सत्यनारायण कथा के साथ दो दिवसीय रास महोत्सव आरम्भ होगा और 24 घंटे के हरिनाम संकीर्तन के उपरांत हवन पूर्णाहुति के साथ यह महोत्सव सम्पन्न होगा। उक्त बातें झाला कमिटी के सदस्य नंद कुमार झा ने बताते हुए कहा कि कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर गंगा स्नान का एक अलग महत्व है। मुख्य रूप से महिलाएं गंगा स्नान करती है। इस दिन को बुद्ध पूर्णिमा भी कहा जाता है। इसी मौके पर प्रखंड के झाला व गलगलियागच्छ आदि स्थानों पर रास महोत्सव का आयोजन किया जाता है। जिसमे रास पर राधा कृष्ण की प्रतिमा के साथ साथ बजरंगबली, माता चानेश्वरी, बूढ़ी माता, गोर निताई बिषरहा माता की भी प्रतिमा बनाकर उनकी पूजा अर्चना की जाती है। इस महोत्सव को देखने आसपास इलाके के अलावे बंगाल व नेपाल के भक्त भी पहुंचते हैं। पिछले बार कोविड के कारण यह महोत्सव औपचारिकता पूर्वक मनाया गया था। लेकिन इस बार भव्य रूप से तैयारी की जा रही है। उन्होंने कहा कि शुक्रवार के दिन मेले का आयोजन किया जाएगा जिसमें बड़ी संख्या में लोग जुटेंगे।
