बीरबल महतो, सारस न्यूज़, किशनगंज।
जानकारी देते हुए गायत्री परिवार के ट्रस्टी मिक्की साहा ने बताया कि गायत्री महामंत्र को सूर्य उपासना का सबसे सरल और फलदायी मंत्र माना गया है। इस गायत्री महामंत्र का लेखन या जप करने से कई गुना अधिक लाभ मिलता है। इसी को ध्यान में रखते हुए स्थानीय गायत्री परिवार के साधकों ने 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद जयंती पर गायत्री परिवार ने 24 लाख सुनहरे अक्षरों से गायत्री मंत्र लिखवाने का संकल्प लिया है, जिसे जिले के सभी गांव और प्रखंड स्तर पर मंत्र लेखन अभियान घर-घर तक पहुंचाया जा रहा है।
मंत्र लेखन की हस्त पुस्तिका उपलब्ध कराया जा रहा है। रविवार को गायत्री परिजनों ने रेलवे कालोनी में घर-घर जाकर खासकर बच्चों को मंत्र लेखन को लेकर पुस्तिका उपलब्ध कराया, नियमानुसार प्रत्येक दिन गायत्री मंत्र एक-एक पेज लिखना है। गायत्री मंत्र के लेखन से ध्यान और लेखन से हमारे इंद्रियों की एकाग्रता बढ़ती है साथ ही बार-बार इस मंत्र का उच्चारण करने से या लिखने से हमारे दिमाग में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ने लगता है। तेघरिया गायत्री शक्तिपीठ केंद्र पर मंत्र लेखन हस्त पुस्तिका उपलब्ध है वहां जाकर भी लोग इसे आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। इस अवसर पर गायत्री परिवार के ट्रस्टी मिक्की साहा, आंदोलन प्रभारी राकेश कुमार, युवा प्रकोष्ठ सह मीडिया प्रभारी सौरभ कुमार, सुनील मोहन झा, ब्रजेश चन्द्र रोशन, किशोर झा सहित अन्य गायत्री परिवार के सदस्य मौजूद थे।