सारस न्यूज, किशनगंज।
इंटीग्रेटेड हेल्थ इंफोरमेशन प्लेटफार्म (आईएचआईपी) को लेकर जिले के ठाकुरगंज प्रखंड में कार्यरत एएनएम को प्रशिक्षण दिया गया। इसके द्वारा शहर या गांव में फैली बीमारियों के बारे में अब स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रदेश सरकार व केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग को प्रतिदिन सुगमता पूर्वक डेटा भेजा जाएगा। इंटीग्रेटेड हेल्थ इंफार्मेशन प्लेटफार्म पोर्टल पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की एएनएम संबंधित इलाके में बढ़ने वाली बीमारियों का आंकड़ा सीधे पोर्टल पर अपलोड करेंगी। प्रशिक्षण के संबंध में जानकारी देते हुए शुक्रवार को सिविल सर्जन डा. कौशल किशोर ने बताया कि इस पोर्टल द्वारा एएनएम को तुरंत ही मिलने वाले सभी मरीजों का डेटा आनलाइन फीड करना होगा। अगर गांव में किसी दूसरी बीमारी के मरीज भी मिलते हैं तो जानकारी तुरंत अपलोड करना होगा।
मरीजों की संख्या फीड होते ही पीएचसी प्रभारी, सीएचसी प्रभारी, एसीएमओ और अन्य अधिकारियों को इसका मैसेज पहुंच जाएगा। इसके लिए प्रशिक्षण दिए जा रहे हैं। पोर्टल पर तीन प्रकार के फार्म हैं। फार्म एस में बुखार, खांसी आदि बीमारी कब से है, इसके बारे में पूरी जानकारी एएनएम को डालनी होगी। फार्म पी में संभावित मरीजों की जानकारी डालनी होगी। फार्म एल पैथोलाजी से संबंधित होगा।
वहीं आइडीएसपी एपिडेमियोलाजिस्ट रीना प्रवीण ने एएनएम को प्रशिक्षण देते हुए कहा कि अब तक जिले के अलग-अलग इलाकों में बीमारियों के लक्षण की पुष्टि होने पर मैनुअल डेटा स्वास्थ्य विभाग को भेजा जा रहा था। बीमारियों का आंकड़ा जिला, प्रदेश सरकार व केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग तक पहुंचने में करीब एक महीने का वक्त लगता था। ऐसे में संबंधित इलाके में बीमारियों के प्रकोप को नियंत्रित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से गंभीर कदम उठाने में देर हो जाती थी। इसको ध्यान में रखते हुए देशभर में इंटीग्रेटेड हेल्थ इंफार्मेशन प्लेटफार्म पोर्टल को लांच किया गया है। एएनएम मरीजों में होने वाली बीमारियों की जानकारी पोर्टल पर अपलोड करेंगी। इसके अलावा एएनएम घर-घर जाकर डेटा एकत्रित करेंगी। जिले के सभी सरकारी अस्पताल इस पोर्टल से जुड़े होंगे। जैसे ही किसी व्यक्ति का कहीं इलाज होगा। उसका पूरा ब्योरा आईएचआईपी पर दिखने लगेगा।
