बीरबल महतो, सारस न्यूज़, ठाकुरगंज।
कृष्ण कन्हैया व बज्र के कान्हा के जन्मोत्सव पर ठाकुरगंज नगर भक्ति के आनंद में डूबा नजर आएगा। कोरोना के ग्रहण के चलते पिछले वर्ष तो कृष्ण भक्त उल्लास नहीं मना पाए थे, लेकिन इस बार ठाकुरगंज नगर का माहौल बदला हुआ है। कोरोना वायरस का संक्रमण कम होने के बाद राज्य सरकार के आदेश मिलने पर नगर ठाकुरगंज के हृदयस्थल भातडाला पर अवस्थित श्री रामजानकी मंदिर में तैयारियां चल रही हैं। सरकार की गाइडलाइन का पालन करते हुए श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव कमिटि के द्वारा मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश दिए जाने का भी अलग से व्यवस्था की जा रही हैं।
इस संबंध में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव कमिटि के अध्यक्ष भैरव यादव ने बताया कि श्री रामजानकी मंदिर में स्थापित भगवान श्रीकृष्ण के स्वरूपों का आकर्षक श्रृंगार किया जाएगा। मंदिर व मंदिर परिसर को वास्तविक फूलों से चारों तरफ सजाया जाएगा। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के महोत्सव को भव्यता देने के आधुनिक रूप से मंदिर में विद्युत सजावट और अन्य झांकियां सजाई जाएगी। उन्होंने बताया कि कोरोना काल में इस बार जन्माष्टमी पर्व को सामान्य रूप से मनाने की तैयारी है। उन्होंने कहा कि रात 12 बजे भगवान श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप के दर्शन होंगे। इसमें भजन संध्या व बच्चों के सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। कान्हा के जन्मोत्सव के बाद भक्तों के बीच प्रसाद वितरण किया जाएगा।
वहीं श्रीराम जानकी मंदिर के पुरोहित रामसेवक झा बताते हैं कि हिंदू पौराणिक मान्यताओं के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भाद्रपद माह की कृष्ण पक्ष अष्टमी तिथि को रोहिणी नक्षत्र में हुआ था। हर साल इसी संयोग पर कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाती है। इस बार जन्माष्टमी 30 अगस्त दिन सोमवार को मनाई जाएगी। अष्टमी तिथि 29 अगस्त रात 11.25 बजे से शुरू होगी और 30 अगस्त रात 1.59 बजे तक रहेगी। इसलिए जन्माष्टमी में पूजन और व्रत 30 अगस्त को होगा। उन्होंने बताया कि जन्माष्टमी पर पूजन का शुभ मुहूर्त 30 अगस्त रात 11.59 से देर रात 12.44 बजे तक रहेगा। रोहिणी नक्षत्र का आरंभ 30 अगस्त सुबह 6.39 बजे से हो रहा है। इसका समापन 31 अगस्त को सुबह 9.44 बजे होगा।
उन्होंने कहा कि भगवान कृष्ण का जन्म भाद्रपद कृष्ण अष्टमी को होने के कारण इसको कृष्ण जन्माष्टमी कहते हैं। इस दिन श्रीकृष्ण की पूजा करने से संतान प्राप्ति, आयु और धन समृद्धि की प्राप्ति होती है। भक्त श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व मनाकर हर मनोकामना पूरी की जा सकती है। इस बार संयोग है कि शैव और वैष्णव अनुयायी एक ही दिन जन्माष्टमी मनाएंगे। वहीं जन्मोत्सव आयोजन की तैयारी में अमरनाथ राय, धनंजय सिंह, विजय यादव, जयशंकर राय, शिवा राय, हिमांशु राय, पिंटू ठाकुर आदि कई कमिटि के सदस्य अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करते नजर आए।