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ठाकुरगंज में नेफ्रेक्टोमी की सर्जरी से युवा मरीज की किडनी निकालने में मिली सफलता

Dec 17, 2021

बीरबल महतो, सारस न्यूज़, किशनगंज।

ठाकुरगंज नगर में अवस्थित नियाज मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल में  गुरुवार की देर रांत करीब चार घंटे चले ऑपरेशन में डॉक्टरों ने एक युवक मरीज की किडनी का सर्जिकल ऑपरेशन कर उसे शरीर से बाहर निकाल उसे सुरक्षित रखने में सफलता प्राप्त की। ठाकुरगंज जैसे छोटे से कस्बे में ऐसे सफल ऑपरेशन की चहुंओर काफी चर्चा हो रही है।

इस संबंध में नियाज मल्टी स्पेशिलिटी  हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. आसिफ सैयद ने बताया कि ठाकुरगंज में पहली बार आधुनिक तकनीक से ऐसा ऑपरेशन किया गया और  खराब हो चुके ख़राब गुर्दे को शरीर से बाहर निकाला है। नियाज मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल में पहुंचे 24 वर्षीय युवक मो. अब्दुस सलाम को दाए गुर्दे में समस्या थी। लगभग तीन माह पूर्व दिल्ली में कार्यरत मो अब्दुस सलाम को जब पेट दर्द हुआ और पेशाब में समस्या पैदा हुई। तब उन्होंने जांच करवायी तो दाएं किडनी में खराबी बताया गया तो उन्होंने दिल्ली में ही ऑपरेशन की इच्छा जताई लेकिन इलाज काफी मंहगा होने के कारण  वे थक हार कर घर आ गया। यहाँ आने के बाद सिलीगुड़ी के डॉक्टरों से संपर्क किया। वहां भी महँगी चिकित्सा व्यवस्था के कारण घर लौट आये। घर आकर उन्होंने नियाज मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल के डॉक्टर को अपनी रिपोर्ट दिखाई जिसके बाद हॉस्पिटल में मौजूद विशेषज्ञ डॉक्टर ने ठाकुरगंज में ही इस का ऑपरेशन होने की जानकारी दी। जिसके बाद गुरुवार को देर रात को चार घंटे तक चले ऑपरेशन के बाद नेफ्रेक्टोमी की सर्जरी की गई।

डॉ आसिफ सैयद ने बताया कि जिले में मेडिकल नेफ्रेक्टोमी की सर्जरी पहली बार हुई है। नेफ्रेक्टोमी की मदद से किडनी के कुछ या सभी हिस्सों को हटाया जाता है। उन्होंने बताया कि शरीर में दो किडनी (गुर्दे) होती हैं। ये खून से पानी और शरीर को नुकसान पहूँचाने वाले पदार्थों को अलग करती हैं और विभिन्न तरह के हार्मोन का उत्पादन भी करती हैं। किडनी रिमूवल सर्जरी से किडनी में कैंसर और ट्यूमर का इलाज किया जाता है। इसके आलावा कुछ मामलो में अगर किडनी बहुत ज्यादा ख़राब हो गयी है तो नेफ्रेक्टोमी की तकनीक से उसे हटाया और रिप्लेस भी किया जाता है। उन्होंने बताया कि मेडिकल नेफ्रेक्टोमी में गुर्दे और साथ ही गुर्दे के आसपास के वसायुक्त ऊतक और किडनी को मूत्राशय से जोड़ने वाली नली का हिस्सा भी हटा देते हैं। अगर ट्यूमर इसके करीब है या एड्रिनल ग्रन्थि के अंदर है तो एड्रिनल ग्रन्थि को हटा सकते हैं। वही इस सफल ऑपरेशन से हॉस्पिटल्स के सभी चिकित्सकों, नर्सों व कर्मियों में काफी उत्साह देखा गया। 

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