बीरबल महतो, सारस न्यूज़, किशनगंज।
मंगलवार को प्रखंड कार्यालय ठाकुरगंज में अवस्थित सभागार कक्ष में पांचवें त्रिस्तरीय पंचायत राज के नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों के साथ पहली बैठक शुरू होते ही हंगामेदार रही। बैठक की तय समय पर प्रखंड स्तरीय अधिकारियों की अनुपस्थिति को देख बैठक में मौजूद जनप्रतिनिधि भड़क गए और बैठक का बहिष्कार करते हुए सदन से निकलने लगे। इस बीच काफी मनाने के बाद प्रखंड विकास पदाधिकारी को बैठक में आने के उपरांत सदस्य माने तब जाकर बैठक की कार्रवाई आरम्भ हो सकी।
प्रखंड प्रमुख धनी लाल गणेश की अध्यक्षता में आयोजित पंचायत समिति की बैठक में प्रखंड स्तर के विभिन्न विभाग जैसे कृषि, बिजली, पशुपालन, स्वाथ्य विभाग सहित स्वयं प्रखंड विकास पदाधिकारी सुमित कुमार को बैठक में मौजूद नहीं देख शुरू में पंचायत समिति सदस्यों में से पूर्व प्रमुख सह समिति सदस्य रजिया सुल्ताना, अजमल सानी, बन्दरझुला पंचायत के मुखिया इकरामुल हक, पथरिया पंचायत के मुखिया अजय सिंह, दल्ले गांव पंचायत की मुखिया सोगरा नाहिद, समिति सदस्य शाहिस्ता नाज सहित आदि कई जनप्रतिनिधियों ने एक स्वर में कहा कि जब संबंधित विभाग के अधिकारी ही बैठक में मौजूद नहीं है तो फिर बैठक का क्या औचित्य हैं। इसी पर मौजूद जनप्रतिनिधियों ने प्रमुख से भी सवाल करते हुए बैठक को निरस्त करने की सहमति प्रदान करते हुए बैठक से निकलने लगे। इस दौरान प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी राजेश कुमार के काफी समझाने-बुझाने सहित तत्काल प्रखंड विकास पदाधिकारी को बैठक में बुलाने के बाद लोग मानने को तैयार हुए। तदुपरांत प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी राजेश कुमार ने मौके से पशुपालन, कृषि, मनरेगा सहित अन्य विभाग के अधिकारियों को अविलंब फोन कर बुलाया तब जाकर सदन की कार्यवाही आरम्भ हुई।
बैठक में मौजूद जन प्रतिनिधियों को प्रखंड विकास पदाधिकारी सुमित कुमार ने कहा कि पंचायत समितियों के कार्य बीडीओ के निगरानी में नियमों के मुताबिक संचालित होगा। वही बैठक के दौरान पैक्स के माध्यम से हो रही धान खरीद में हो रही समस्याओं के संबंध में पंसस शाहिस्ता नाज़ ने प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी से सवाल करते पूछा कि प्रखंड में कुल कितने पंचायत में धान अधिप्राप्ति हो रही है, किसान से धान अधिप्राप्ति करने के बाद किसान को चेक के माध्यम से पेमेंट किया जाता है या कैश पेमेंट किया जाता है एवं सरकारी रेट के हिसाब से दिया जाता है या पैक्स अध्यक्ष का कोई अपना रेट है। इसके अलावे उन्होंने बताया कि सरकारी रेट के हिसाब से किसी भी किसान को धान का रेट नहीं दिया जाता है तो इस पर सहकारिता विभाग जल्द कोई कार्यवाही करें अन्यथा इसकी लिखित शिकायत वरीय पदाधिकारियों को की जाएगी। इसके अलावे अंचल से संबंधित भी सवाल उठाए गए। बैठक में पंचायत समिति की अगली बैठक में प्रखंड स्तरीय सभी अधिकारियों को उपस्थित रहने की बात सभी सदस्यों ने एक स्वर में उठाया। इस दौरान वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए मनरेगा योजनाओं के तहत कार्य-योजना का चयन की बात कही गयी। बैठक में मुख्य रूप से प्रखंड सांख्यिकी पदाधिकारी राजीव केशरी, प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी अभिराम सिंह, मनरेगा के कार्यक्रम पदाधिकारी सुशील कुमार सिद्धू, प्रखंड कृषि पदाधिकारी राजेशकुमार, प्रखंड उप प्रमुख मो. आरफीन हुसैन, मुखिया फुलेश्वर सिंह, मुखिया वीरेंद्र पासवान, मुखिया मीरा देवी, पंसस रीना देवी सहित अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद थे ।
