सारस न्यूज, किशनगंज।
मानसून के नजदीक आते ही बाढ़ की आशंका को लेकर सरकार सहित कई संस्थाओं की तरफ से तैयारियां शुरू हो गई है। इसी क्रम में मंगलवार को बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा दिए निर्देश के आलोक में जिरनगच्छ पंचायत के धोकरपेट तथा पथरिया पंचायत के बरबन्ना गांव में बाढ़ सुरक्षा सप्ताह आयोजन कर ग्रामीणों को जागरुक किया गया। इम्मुनल हॉस्पिटल एसोसिएशन एवं फ्री विल बेपटिस्ट ट्रस्ट, सोनापुर के द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित उक्त कार्यक्रम में मौके पर मौजुद लोगों को बाढ़ से होने वाली गृह क्षति, फसल की क्षति समेत जानमाल की क्षति से बचाओ की जानकारी दी गई। बाढ़ सुरक्षा पर आधारित पोस्टर, पंपलेट और लेखन के माध्यम से बाढ़ से बचाव को लेकर लोगों को जागरूक किया गया ताकि बाढ़ से होने वाली जान-माल की क्षति को कम किया जा सके।
इस जागरुकता अभियान के दौरान ग्रामीणों को संबोधित करते हुए संस्था के आपदा कोर्डिनेटर सुभाष दास ने कहा है कि जानकारी ही बाढ़ से बचाव है। बाढ़ आपदा पूर्व की गई तैयारी एवं आपदा से बचाव की जानकारी से हम आपदा के प्रभाव को कम कर सकते हैं। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि बाढ़ के समय अपने क्षेत्र में बहने वाली नदी के खतरनाक घाटों के किनारे पर न जाए और न ही अपने बच्चों को जाने दें। बच्चों को नदी, तालाब, तेज पानी के बहाव में स्नान करने से रोके। बहुत ही अति आवश्यक हो तो नदी किनारे जाएं परंतु नदी में उतरते समय गहराई का ध्यान अवश्य रखें। जो व्यक्ति तैरना जानते हों वह अपनी धोती, साड़ी, रस्सी, लाइफ जैकेट की सहायता से डूबते हुए लोगों को बचाएं। लेकिन जो व्यक्ति ऐसा करना नहीं जानता हो वह स्वयं पानी में नहीं जाएं और सहायता के लिए आसपास के लोगों को पुकारे।

इस जागरूकता अभियान में संस्था के लुकास सोरेन, ज्योति बानिक, शरबत जहां, सिलास मुर्मू , साजिद आलम, विश्वजीत हलदर, गॉडविन जॉस, मैरी मैगडेलीन, सेम राओमी, महिनूर बेगम आदि सहित स्थानीय ग्रामीणों ने भाग लिया।
