बीरबल महतो, सारस न्यूज़, किशनगंज।
अंचल ठाकुरगंज अंतर्गत चुरली पंचायत के पावर हाउस के समीप 30 एकड़ अधिग्रहित जमीन पर एसएसबी बटालियन हेडक्वार्टर की आधारभूत संरचना का निर्माण कार्य बहुत जल्द प्रारंभ होगा। बटालियन मुख्यालय के निर्माण कार्य हेतु वाटर एंड पावर कंसल्टेंसी सर्विसेज (इंडिया) लिमिटेड (वाप्कोस लिमिटेड), जो भारत सरकार के केंद्रीय जल संसाधन मंत्रालय के अन्तर्गत सार्वजनिक क्षेत्र उद्यम है, के तकनीकी विशेषज्ञ नीलेश कुमार ने एसएसबी के कार्यवाहक कमान्डेंट जयप्रकाश एवं सेक्टर हेड क्वार्टर रानीडांगा के एसिस्टेंट इंजीनियर शंकर वणिक के साथ अधिग्रहित भूमि का दौरा किया।
इस संबंध में कमान्डेंट जयप्रकाश ने बताया कि बटालियन हेडक्वार्टर के इंफ्रास्ट्रक्चर वर्क के लिए सशस्त्र सीमा बल ने बटालियन मुख्यालय के आधारभूत संरचना के लिए सभी पहलुओं पर परामर्शी सेवाएं लेने के लिए वाप्कोस को अधिकृत की गई है। वाप्कोस की टीम ने निर्माण स्थल का भौतिक (फिजिकल) सर्वे कर लिया गया है। इसके बाद सीपीडब्ल्यूडी के द्वारा डीपीआर तैयार कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि गृह मंत्रालय, भारत सरकार के द्वारा ठाकुरगंज में बटालियन मुख्यालय के इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए 57.76 करोड़ राशि एसएसबी मुख्यालय को आवंटित कराई जा चुकी हैं। जिसमें बटालियन के सभी तरह के कार्यालय के अलावा पार्क, अस्पताल, खेल मैदान, कैंटीन जैसे भवनों का निर्माण किया जाएगा। बटालियन मुख्यालय के लिए अंचल ठाकुरगंज के मौजा- गोथरा व चुरली अंतर्गत कुल 30 एकड़ भूमि पूर्व में ही जिला प्रशासन के सहयोग से अधिग्रहित कर ली गई हैं। इसके बाद जमीन की डिमार्केशन भी कराई जा चुकी हैं। बताते चलें कि ठाकुरगंज में वर्ष 2002 में अस्थायी रूप से अधिग्रहित भूमि के निकट एनएच 327 ई0 पर एसएसबी बटालियन मुख्यालय का संचालन किया जा रहा है तथा वर्त्तमान में वर्ष 2014 से 19वीं बटालियन कार्य कर रही हैं। जिसके अंतर्गत 17 सीमा चौकियां हैं। यह बटालियन ठाकुरगंज प्रखंड के क़ुर्लिकोर्ट से दिघलबैंक के धनतोला तक फैला हैं जिसमें 1100 एसएसबी जवान तैनात हैं। उन्होंने कहा कि ठाकुरगंज में एसएसबी बटालियन मुख्यालय के स्थाई रूप से संचालन होने से भारत-नेपाल बॉर्डर पर तैनात एसएसबी को किसी भी तरह की सुरक्षा कार्रवाई करने में आसान होगी। साथ ही यह क्षेत्र सुरक्षा के दृष्टिकोण से मील का पत्थर साबित होगा। नेपाल व अपने अंदुरुनी क्षेत्रों में देश विरोधी ताकतों से निपटने के लिए एसएसबी जवानों को और बल मिलेगा। ज्ञात हो कि एसएसबी बटालियन को करीब 19 वर्षों से किराये के मकान व जमीन में समय गुजारना पड़ रहा था। फलस्वरूप अबतक न तो जवानों के लिए स्थायी रूप से बैरक का निर्माण किया जा सका है और न हीं आलाधिकारियों को रहने का आशियाना बन सका है। बटालियन मुख्यालय को तत्काल पावर हाउस स्थित एनएच 327 ई0 के बगल मे संचालित किया जा रहा हैं। विभागीय सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक बटालियन मुख्यालय के स्थाई जमीन के लिए दो वर्ष पूर्व 14 नवंबर 2019 से जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया पुरी कर ली गई थी। देश की भौगोलिक व सुरक्षा परिस्थितियों को देखते हुए ठाकुरगंज में अर्धसैनिक बलों के मुख्यालय की काफी आवश्यकता थी।