सं सु सारस न्यूज़, ठाकुरगंज।
ठाकुरगंज नगर स्थित वार्ड नंबर 04 आनंद मार्ग स्कूल में आजादी के बाद देश को राष्ट्रीयता के एक सूत्र में पिरोने वाले लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की आज 146वीं जयंती राष्टीय ध्वज फहरा एवं राष्टीय गीत गा कर बिधिवत मनाई गई। सरदार पटेल की जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस (National Unity Day) के रूप में मनाया गया।
सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की जयंती पर समाज सेवी सिकंदर पटेल सहित गण्यमान्य लोगो ने लोह पुरुष के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पटेल जी का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात के नडियाद में हुआ था। लंदन जाकर उन्होंने बैरिस्टर की पढ़ाई की और वापस आकर अहमदाबाद में वकालत करने लगे थे। इस दौरान आजादी की लड़ाई जोर पकड़ रही तो पटेल भी महात्मा गांधी के विचारों से प्रेरित होकर उन्होंने भारत के स्वतंत्रता आन्दोलन में कुद पड़े।स्वतंत्रता आंदोलन में सरदार पटेल का पहला और बड़ा योगदान 1918 में खेड़ा संघर्ष में था। उन्होंने 1928 में हुए बारदोली सत्याग्रह में किसान आंदोलन का सफल नेतृत्त्व भी किया। लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल भारत के पहले उपप्रधानमंत्री और गृहमंत्री थे। स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद देशी रियासतों का एकीकरण कर अखंड भारत के निर्माण में उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है। उन्होंने 562 छोटी-बड़ी रियासतों का भारतीय संघ में मिलाकर एक भारत राष्ट्र का निर्माण कराया।
विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा – भाजपा सरकार नरेंद्र मोदी जी के नेत्रित्व में गुजरात नर्मदा के सरदार सरोवर बांध के सामने सरदार वल्लभभाई पटेल की 182 मीटर (597 फीट) ऊंची लौह प्रतिमा (स्टैचू ऑफ यूनिटी) का निर्माण किया गया। यह विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा है। इसे 31 अक्टूबर 2018 को देश को समर्पित किया गया था। अमेरिका की स्टेचू ऑफ लिबर्टी की ऊंचाई केवल 93 मीटर है।
सरदार पटेल जी का निधन 15 दिसंबर, 1950 को मुंबई में हुआ था। सन 1991 में सरदार पटेल को मरणोपरान्त ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में भाजपा नगर अध्यक्ष गौरव गुप्ता, नगर उपाध्यक्ष जनश्रुति कुमार, महामंत्री संदीप शर्मा, भाजपा नेता अनिल महाराज, सुमन भारती, दिलीप जाधव, सकलदेव पासवान, बृजेश सिंह, अशोक भारती, सनी झा, विवेक साहा, आनंद मार्ग स्कूल के प्राचार्य आजाद यादव, करण यादव सहित नगर के गण्यमान्य लोग उपस्थित थे।