बीरबल महतो, सारस न्यूज़, ठाकुरगंज।
दिल्ली विश्वविद्यालय का सेंट स्टीफेंस कॉलेज शिक्षा का एक ऐसा केन्द्र है जहाँ प्रवेश मिलना गौरव की बात है। आज राजनीति का क्षेत्र हो, सिनेमा हो, न्यायपालिका हो, प्रशासनिक अधिकारियों का क्षेत्र हो या फिर पत्रकारिता का ही क्षेत्र क्यों न हो, सेंट स्टीफेंस कॉलेज के विद्यार्थियों ने हर क्षेत्र में अपनी जोरदार उपस्थिति दर्ज करायी है।
राजनीति में राहुल गांधी, मणिशंकर अय्यर, शशि थरूर, सलमान खुर्शीद, नवीन पटनायक, वीरभद्र सिंह, सचिन पायलट, कपिल सिब्बल, नटवर सिंह, सीताराम यचूरी, मनप्रीत सिंह बादल, वर्तमान विदेश मंत्री डाॅ. सुब्रमण्यम जयशंकर, सिनेजगत् में कबीर बेदी, केतन आनन्द, परीक्षित साहनी, कोंकणा सेन, चन्द्रचूड सिंह, लेखकों में खुशवंत सिंह, निर्मल वर्मा, अमिताभ घोष, न्यायपालिका में रंजन गोगोई, डी वाई चन्द्रचूड, मदन लोकुर, फ़ोर्ब्स लिस्ट में शामिल सुप्रीम कोर्ट में वकील नितेश राणा, पत्रकारिता जगत् से चन्दन मित्रा, बरखा दत्त, स्वप्न दासगुप्ता, इतिहासकारों में रामचन्द्र गुहा जैसे भारत के कई ऐसे हस्ताक्षर हैं जिन्होंने सेंट स्टीफेंस कॉलेज से दीक्षा लेकर आज अपने-अपने क्षेत्रों में नेतृत्व प्रदान कर रहे हैं।
सौभाग्य से आज ठाकुरगंज के भी एक लाल ने इस विद्यापीठ से दीक्षा लेने में सफल हो गये हैं। युगीन भारतीय ने आज से तीन वर्ष पूर्व इसी काॅलेज में बी.ए. इतिहास आनर्स में प्रवेश लिया था और आज अपनी शिक्षा पूर्ण कर ली है। उक्त कोर्स युगीन ने प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण कर लिया है। युगीन ठाकुरगंज के स्वर्गीय माणिक चन्द्र यादव के पौत्र तथा वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता विनोद यादव के भ्रातृज हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक होने के पश्चात् अब युगीन भारतीय प्रशासनिक सेवा में जाना चाहते हैं और उन्होंने उसी दिशा में तैयारी भी प्रारंभ कर दी है।
