बीरबल महतो, सारस न्यूज़, ठाकुरगंज।
सोमवार को नगर स्थित प्लस टू प्रोजेक्ट कन्या उच्च विद्यालय ठाकुरगंज एवं प्लस टू उच्च माध्यमिक विद्यालय ठाकुरगंज में मैट्रिक व इंटर परीक्षा-2022 एवं मो हुसैन आजाद नेशनल इन्टर कॉलेज ठाकुरगंज में इंटर के परीक्षार्थियों के लिए डम्मी एडमिट कार्ड वितरण कार्य शुरू किए गए। जो परीक्षार्थी मैट्रिक व इंटर के एक्जाम के लिए फॉर्म भरे थे उन्हें उनका डम्मी एडमिट कार्ड स्कूल के द्वारा दिया जा रहा है। इस संबंध में विद्यालय के प्रधानाध्यापक महफूज जावेद ने बताया कि बिहार विद्यालय शिक्षा बोर्ड के निदेशानुसार डम्मी एडमिट कार्ड का वितरण 25 अक्तूबर तक किया जाएगा। डम्मी एडमिट कार्ड में किसी भी तरह का गलती हो तो परीक्षार्थी अपना स्कूली डॉक्यूमेंट्स से मिलान कर अपना, पिता व माता का नाम, जन्म तिथि, विषय आदि की त्रुटि को सुधार कर स्कूल प्रशासन को जमा कर दें। उन्होंने बताया कि यह बोर्ड की वेबसाइट पर उपलब्ध रहेगा। वर्ष 2022 में आयोजित होने वाली इंटर एवं मैट्रिक की परीक्षा में छात्र-छात्रा इसी एडमिट कार्ड के आधार पर शामिल हो सकेंगे। एडमिट कार्ड में कोई गलती नहीं रह जाए इसलिए बोर्ड की ओर से हर वर्ष ही डमी एडमिट कार्ड जारी किया गया है। छात्र और छात्रा इसमें सुधार करवा सकते हैं। इसके लिए प्रक्रिया निर्धारित कर दी गई है। स्कूल और छात्र के स्तर पर सत्यापन के बाद अंतिम एडमिट कार्ड जारी किया जाना है। उन्होंने बताया कि बिहार बोर्ड ने सभी परीक्षार्थियों को निर्देश दिया है वे डमी एडमिट कार्ड की एक बार जांच कर लें। अगर उसमें किसी प्रकार की त्रुटि है तो उसमें सुधार करा लें। इसके लिए स्कूल के प्राचार्य की सहमति अनिवार्य की गई है। स्कूलों के प्राचार्य अपने यूजर आइडी के आधार पर ही बोर्ड की वेबसाइट से डमी एडमिट कार्ड डाउनलोड कर परीक्षार्थी को मुहैया कराएंगे।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक प्लसप्लस टू प्रोजेक्ट कन्या उच्च विद्यालय ठाकुरगंज में मैट्रिक के 425 व इंटर के 260 एवं प्लस टू उच्च माध्यमिक विद्यालय ठाकुरगंज में मैट्रिक के 365 व इंटर के 227 एवं मो हुसैन आजाद नेशनल इन्टर कॉलेज ठाकुरगंज में इंटर के 690 परीक्षार्थी 2022 की परीक्षा में भाग लेंगे।
बताते चलें कि पिछले शैक्षणिक सत्र अंतर्गत मैट्रिक व इंटर परीक्षा 2021 इस साल की शुरुआत में पिछले सेशन के लिए बिहार बोर्ड ने सबसे पहले इंटर और मैट्रिक की परीक्षाएं आयोजित की थी। कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर के खतरनाक रूप लेने से पहले ही राज्य में ये दोनों महत्वपूर्ण परीक्षाएं आयोजित कर ली थी और रिजल्ट भी जारी कर दिया गया था। जबकि सीबीएसई सहित देश के दूसरे कई परीक्षा बोर्ड पिछले साल परीक्षाएं आयोजित ही नहीं कर पाई थी।इन राज्यों में कोविड संक्रमण के खतरनाक दौर में पहुंचने के कारण बगैर परीक्षा लिये रिजल्ट जारी किया गया और छात्रों को अगली कक्षा में प्रोमोट कर दिया था। पर बिहार बोर्ड परीक्षा लेकर रिजल्ट जारी की थी।