बीरबल महतो, ठाकुरगंज डॉट कॉम ।
पूर्व प्रमुख प्रतिनिधि मुस्ताक आलम ने प्रखंड के भातगांव पंचायत अंतर्गत चेकपोस्ट गलगलिया स्थित मक्का फैक्ट्री रिगल रिर्सोसेज प्राइवेट लिमिटेड में स्थानीय किसानों को उचित लाभ न मिलने की शिकायत राज्य के मुख्यमंत्री सहित कृषि व उद्योग मंत्री तथा सांसद, विधान पार्षद, विधायक व जिलाधिकारी से की है। राजद नेता व पूर्व प्रमुख प्रतिनिधि मुस्ताक आलम ने लिखित शिकायत के माध्यम से मिल प्रबंधन को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि मिल प्रबंधन द्वारा दलालों को प्रश्रय देकर स्थानीय मक्का किसानों का शोषण किया जा रहा है। फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा स्थानीय किसानो से मक्का न लेने का आरोप लगाते हुए उन्होने फैक्ट्री मालिक अनिल किशोरपुरिया पर आरोप लगाया है कि वे किसानो का सीधे मक्का न खरीद के बिचौलियो को प्रश्रय दे रहे हैं।जिससे मेहनतकश व भोले -भाले किसानो का शोषण हो रहा है। फैक्ट्री द्वारा 14 प्रतिशत नमी का निर्धारण किया गया है। लेकिन किसान जब मक्का की फसल को पूरी तरह सुखा के भी ले जाते है तो भी किसानो को कभी नमी,कभी वजन व कभी भुगतान के नाम पर शोषण किया जाता है। किसानों द्वारा सीधे फैक्ट्री में मक्का देने पर मालिक द्वारा मनमाने दर पर दो महीने बाद भुगतान किया जाता है। केन्द्र व बिहार सरकार ने किसानों की आय दूगुनी करने की वायदे को मुंह चिढ़ा रही हैं। केन्द्र ने मक्का की एमएसपी 1850 प्रति क्विंटल कर दी है। लेकिन बिहार में घोषित नही किये जाने के कारण मक्का किसानो को फसल का उचित मूल्य नही मिल पा रहा है। फैक्ट्री मालिक के मनमानी के कारण किसान मक्का हजार से 12 सौ रूपये बेचने पर मजबूर हैं। लगातार अधिकारियो से शिकायत करने पर फैक्ट्री पर कोई कारवाई न होना यह दर्शाता है कि बड़े लोगो का हाथ फैक्ट्री मालिक के ऊपर है।
वहीं इस संबंध में फैक्ट्री मालिक अनिल किशोर पुरिया ने कहा कि फैक्ट्री प्रबंधन पर राजद नेता द्वारा लगाया गया आरोप सरासर गलत, बेबुनियाद व तथ्यहीन हैं। मेरे लिये किसानों का हित सर्वोपरि है। अगर ऐसा नही होता तो पिछ्ले वर्ष किसानों से डायरेक्ट फैक्ट्री में मक्का बेच कर अधिक मुनाफा कमाने की अपील का बैनर ठाकुरगंज,पोठिया , दिघलबैंक और बहादूरगंज प्रखंडों के रोड- चौराहे, हाट – बाजारों में नही लगवाया होता।