सारस न्यूज टीम, सारस न्यूज, ठाकुरगंज।
ठाकुरगंज प्रखंड के क्षेत्र के भातगांव व बेसरबाटी पंचायत में अवैध खनन का मामला सामने आया है। कही पुल के नीचे नदी से खनन तो आदिवासियों को बंदोवस्त की गई जमीन से मिट्टी काटकर सड़क निर्माण कम्पनी को दिया जा रहा है। सड़क निर्माण कंपनी अपना मशीन लगाकर धडल्ले से मिट्टी काटकर सड़क में गिरा रही है। ऐसे में नदी किनारे रहने वालों पर खतरा मंडरा गया है। कब किस वक्त बड़ा हादसा हो जाए कहना मुश्किल है।
शुक्रवार को भातगांव पंचायत स्थित बन्दरबाड़ी के समीप स्थित पुल के नीचे नदी से मशीन लगाकर अवैध खनन करते देखा गया। जिसकी शिकायत सीओ ओमप्रकाश भगत को दिए जाने के बाद उन्होंने अपना पल्ला झाड़ते हुए इस मामले को खनन विभाग का कार्य बताया। वही खनन पदाधिकारी से संपर्क साधने पर उन्होंने बताया कि खनन निरीक्षक को स्थल पर भेजकर जांचोपरांत कार्रवाई की जाएगी। वही बेसरबाटी पंचायत में शुक्रवार के सुबह एक मामला आया है। जिसकी शिकायत की बात मुखिया अनुपमा ठाकुर, पंचायत के हाथीडुब्बा के समीप तीनटोलिया गांव पहुंची। वहां आदिवासियों की बंदोवस्त जमीन की कटाई की जा रही थी। मुखिया ने बताया कि एक तो बंदोवस्त जमीन काटना गैरकानूनी है। दूसरा जिसकी जमीन है वो यहां नही रहता है। बिचौलिये द्वारा जमीन से मिट्टी कटाई की जा रही है। न तो माइनिंग प्लान है और न ही मापदंड। उन्होंने बताया कि जिस तरह से नदी में गहरी खुदाई की जा रही है भविष्य के लिए खतरा उत्पन्न हो गया है। उन्होंने कहा कि बिचौलिए द्वारा क्षेत्र में अवैध खनन का खेल जारी है। उन्होंने जिलाधिकारी से जांच की मांग की है। इन दिनों जमकर अवैध खनन किया जा रहा है। विभाग के द्वारा कार्रवाई भी नहीं हो रही है अब तो सवाल उठना लाजमी है कि आखिर किसके इशारे पर अवैध खनन हो रहा है? ठाकुरगंज प्रखंड क्षेत्र बाढ़ पीड़ित इलाका है बरसात के समय नदियों के जलस्तर बढ़ जाने से कई घरों में बरसात का पानी भी घुस जाता है जिससे लोगों को अपना आशियाना छोड़कर बेघर हो जाना पड़ता है। अवैध खनन माफियाओं के द्वारा तो सरकार को करोड़ों का चूना लगाकर अवैध खनन कर लिया जाता है। अधिकारी जांच के बाद कार्रवाई करने की बात कहते हैं मगर कार्रवाई होती है? प्रशासन को अवैध खनन रोकने के लिए कठोर का कदम उठाने की सख्त जरूरत है जिससे प्रखंड क्षेत्र में अवैध खनन रोका जा सके।