सारस न्यूज, किशनगंज।
ठाकुरगंज प्रखंड अंतर्गत चुरली पंचायत के प्राथमिक विद्यालय मतीनटोला का सामंजन 3 किलोमीटर दूर नगर पंचायत ठाकुरगंज के उत्क्रमित मध्य विद्यालय चेंगमारी कर दिए जाने के बाद विद्यालय के पोषक क्षेत्र के ग्रामीणों ने रोष जताते हुए इसकी लिखित शिकायत की है। इस संबंध में स्थानीय ग्रामीणों ने राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, निदेशक प्राथमिक शिक्षा एवं जिला पदाधिकारी किशनगंज के समक्ष गुहार लगाते हुए इस संबंध में शिक्षा विभाग की मनमानी की ओर ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा कि प्रखंड के चुरली ग्राम पंचायत स्थित प्राथमिक विद्यालय मतीनटोला वर्ष 2010 से भूमि व भवन के अभाव में गांव के ही मदरसा में चल रहा है, विद्यालय में अध्ययनरत सभी बच्चें अल्पसंख्यक विरादरी के है। गांव में भूमिदाता नहीं होने की स्थिति में ग्रामीणों ने दर्जनों बार अंचलाधिकारी ठाकुरगंज से इस विद्यालय को बिहार सरकार की भूमि उपलब्ध कराने का अनुरोध किया था लेकिन अंचल कार्यालय द्वारा इस संबंध में कोई रूचि नहीं लिए जाने के कारण प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ठाकुरगंज के द्वारा इस विद्यालय को लगभग 3 किलोमीटर दूर उत्क्रमित मध्य विद्यालय चेंगमारी में समायोजन करने का अनुसंसा जिला शिक्षा पदाधिकारी को भेज दिया।
ग्रामीणों ने बताया कि प्राथमिक विद्यालय मतीनटोला पंचायत नियोजन इकाई के अधिकार में है और इस विद्यालय को 3 किलोमीटर दूर जिस उत्क्रमित मध्य विद्यालय चेंगमारी में मर्ज किया वह नगर पंचायत ठाकुरगंज के क्षेत्र के अंतर्गत है। वही अपने आवेदन में ग्रामीणों ने सामंजन के बाद बच्चों की सुरक्षा का मामला भी उठाते हुए कहा है कि उमवि चेंगमारी स्कुल से मतीन टोला के पोषक क्षेत्र की दुरी लगभग तीन किलोमीटर है। स्कुल आने- जाने के दौरान बच्चे राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 327 ई को पैदल चल कर पास करेंगे। सरकार जहां स्कूली बच्चों के सुरक्षा को लेकर चिंतित है, लगातार स्कुलो में सुरक्षा सप्ताह मनाये जाते हैं तो ऐसे में एक से पांच वर्ग के छोटे- छोटे बच्चे अति व्यस्ततम राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 327 ई पर फर्राटा मारते वाहनों से कैसे बचेंगे। उक्त मामले में शिक्षा विभाग और अंचलाधिकारी पर कार्य के प्रति उदासीनता का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने कहा कि अंचलाधिकारी ने स्कुल को जमीन मिलने के संबंध में कोई रूचि नहीं ली। वही विद्यालय शिक्षा समिति से सलाह लिए बिना शिक्षा विभाग ने स्कुल को मर्ज करने का एकतरफा निर्णय ले लिया जो गलत है। इस आवेदन में पंचायत के मुखिया वीरेंद्र पासवान के अलावे विद्यालय शिक्षा समिति के अध्यक्ष मो नौ, सचिव बीबी जनेरा के अलावे लगभग 5 दर्जन से अधिक लोगों ने हस्ताक्षरित आवदेन देकर स्कूल को गांव से दुर अन्यत्र जगह सामंजन न करने की गुहार लगाई है।
