सारस न्यूज टीम, किशनगंज।
बाढ़ सुरक्षा सप्ताह के दौरान प्रखंड के बाढ़ प्रभावित दस गांवों में आपदाओं से होने वाले नुकसान को कम करने के लिए आपदा प्रबंधन समिति (डिजास्टर मैनेजमेंट कमिटी) का गठन किया गया। इम्मुनल हॉस्पिटल एसोसिएशन, नई दिल्ली एवं फ्री विल बेपटिस्ट ट्रस्ट, सोनापुर के द्वारा संयुक्त रूप से बाढ़ सहित अन्य प्राकृतिक आपदाओं की स्थिति से निपटने तथा होने वाले नुकसान को कम करने के उद्देश्य से चिन्हित 10 गांवों में आपदा प्रबंधन समिति का गठन किया गया। संस्था के सदस्यों द्वारा चिन्हित गांवों में समिति गठन के बाद प्रशिक्षण शिविर आयोजित कर आपदाओं से उबरने के गुर भी बताए गए।
इस संबंध में इम्मुनल हॉस्पिटल एसोसिएशन, नई दिल्ली के आपदा प्रबंधन समन्वयक सुभाष दास ने बताया कि प्रखंड के पथरिया पंचायत के बरबन्ना, दल्लेगांव पंचायत के काशीबाड़ी एवं अंडाबाड़ी, भोगडाबर पंचायत के डांगी हजारी, हाथीडूबा, हाटखोला भोगडाबर एवं नुनियाटारी, पटेशरी के खरना, जिरनगच्छ के धोकरपेट तथा तातपौआ के दुराघाटी में आपदा प्रबंधन समिति का गठन किया गया है। कमिटी गठन करने का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण अपनी क्षमता को विकसित करते हुए आपदा के घड़ी में गांव के प्रभावित लोगों को आवश्यक मदद पहुंचाना तथा आपदा प्रबंधन में प्रशासन को सहयोग प्रदान करना है।

उन्होंने नवगठित टीम के सदस्यों और ग्रामीणों को बाढ़ से बचाव, सर्पदंश, भूकंप, आकाशीय बिजली आदि आपदाओं से बचाव की जानकारी देते हुए कहा कि आपदा आने पर घबराने की जगह तरीके से डटकर मुकाबला करना चाहिए। प्राकृतिक आपदाओं के समय पीड़ितों के बचाव के तरीके बताते हुए कहा कि बाढ़ के दौरान प्रभावित गांवों के लोगों को टॉर्च, किरासन तेल, रेडियो, दवा, इमरजेंसी लाइट, सूखे अनाज आदि का प्रबंध कर लेना चाहिए। जबकि बारिश के दौरान आकाशीय बिजली के गिरने का डर रहता है, इसलिए इलेक्ट्रानिक उपकरणों का प्रयोग बंद कर देना चाहिए तथा पेड़ों के नीचे शरण नहीं लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि आपदाओं के समय स्थानीय स्तर पर उपलब्ध संसाधनों का अगर उचित उपयोग किया जाए तो आपदाओं से होने वाली क्षति को कम किया जा सकता है। जिसमें ग्रामीणों के बीच बनी यह कमिटी काफ़ी कारगर साबित होगी।
इस मौके पर संस्था के सिलास मुर्मू, गॉडविन जॉस, साजिद आलम, ज्योति बानिक, मैरी मैगडेलीन, सेम राओमी, साहेब सोरेन, लुकास सोरेन, शरबत जहां, विश्वजीत हलदर, महिनूर बेगम आदि सहित स्थानीय ग्रामीणों ने भाग लिया।
