बीरबल महतो, सारस न्यूज़, ठाकुरगंज।
ठाकुरगंज रेल पैसेंजर्स एसोसिएशन ने सौंपा मांगपत्र। महानंदा एक्सप्रेस को कुहासे के कारण बंद करने के आदेश के विरोध एवं गरीब नवाज एक्सप्रेस के ठाकुरगंज होकर परिचालन को लेकर होगा आंदोलन। ठाकुरगंज रेल पैसेंजर्स एसोसिएशन ने सौंपा मांगपत्र।। रविवार को ठाकुरगंज नगर पंचायत के मुख्य पार्षद प्रमोद कुमार चौधरी के नेतृत्व में ठाकुरगंज रेल पैसेंजर्स एसोसिएशन के बैनर तले एक छह सदस्यीय टीम ने 10 सूत्री मांगपत्र ठाकुरगंज रेलवे स्टेशन के स्टेशन सुप्रीटेंडेंट मनीष कुमार को सौंपा। कटिहार डिविजन के सीनियर डीसीएम व सीनियर डीओएम के नाम प्रेषित इस मांगपत्र में आठ मांगे सीधे तौर पर रेलगाड़ियों के ठाकुरगंज होकर परिचालन एवं ठहराव पर केंद्रित थी। अन्य दो मांगों में रेल परिचालन को लेकर इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के अपूर्ण कार्य को जल्द पूरा करने का अनुरोध था। मांगपत्र सौंपने गए प्रतिनिधिमंडल में अमित सिन्हा, अतुल सिंह, हंसराज नखत, कमल गुप्ता आदि लोग शामिल थे।
इस बावत नपं अध्यक्ष प्रमोद कुमार चौधरी ने बताया कि गरीब नवाज एक्सप्रेस का ठाकुरगंज के रास्ते एक्सटेंशन हो। ट्रेन संख्या 15715/16 किशनगंज- अजमेर ग़रीब नवाज़ एक्सप्रेस का विस्तार ठाकुरगंज तक या ठाकुरगंज के रास्ते सिलीगुड़ी जंक्शन तक करने तथा इस ट्रेन के फेरे को बढ़ाकर इसे दैनिक किए जाने की मांग की गई। इसके अतिरिक्त इस ट्रेन में दो अतिरिक्त एसी कोच जोड़े जाने की भी मांग की गई। उन्होंने कहा कि इस ट्रेन के ठाकुरगंज ठहराव के साथ सिलीगुड़ी जंक्शन के रास्ते न्यु जलपाईगुड़ी तक विस्तार को रेलवे बोर्ड ने वर्ष 2013 में ही मंजूरी दी थी, जो तत्कालीन नई समय सारिणी में भी छपा था। यह विस्तार तब से ही लागू नहीं किया गया है।
वहीं हंसराज नखत ने बताया कि ट्रेन संख्या 15483/84 महानंदा एक्सप्रेस के दिसंबर माह से कुहासे के कारण रद्द रहने की अधिसूचना जारी की गई है। वर्तमान में यह ट्रेन शत प्रतिशत से ज्यादा ऑक्यूपेंसी के साथ चल रही है। यह ट्रेन बागडोगरा- नक्सलबाड़ी- ठाकुरगंज सेक्शन के यात्रियों के लिए दिल्ली जाने की एकमात्र सीधी ट्रेन है। रेलवे द्वारा इस ट्रेन को हर साल बंद करने की परिपाटी बंद होनी चाहिए। इसके साथ ही ट्रेन संख्या 18629/30 न्यूजलपाईगुड़ी-रांची एक्सप्रेस के परिचालन को पुनः शुरू करने की मांग की गई। वहीं मांगपत्र में ट्रेन संख्या 19483/84 बरौनी-अहमदाबाद एक्सप्रेस का कटिहार- किशनगंज- ठाकुरगंज के रास्ते सिलीगुड़ी जंक्शन तक विस्तार करने की मांग भी की गई। यह ट्रेन बरौनी पहुंचकर 24 घंटे खड़ी रहती है। विस्तार के बाद न्यू जलपाईगुड़ी में ट्रेन का मेंटेनेंस किया जा सकता है। इस ट्रेन के सिलीगुड़ी जंक्शन तक विस्तार से कटिहार, किशनगंज, उत्तर दिनाजपुर, एवं दार्जिलिंग जिले सीधे अहमदाबाद, सूरत, भोपाल (रानी कमलापति स्टेशन) से जुड़ जायेंगे। उत्तर पूर्वी बिहार व उत्तर बंगाल को पश्चिमी भारत के लिए दैनिक कनेक्टिविटी मिल जायेगी। मांग पत्र में ट्रेन संख्या 75707/08 राधिकापुर-सिलीगुड़ी जंक्शन डीईएमयू को तत्काल प्रभाव से पुनः परिचालित किया जाए। यह ट्रेन कोरोना के कारण मार्च 2020 में बंद हुई थी जो अब तक दोबारा शुरू नही हुई है। इसके साथ ही ट्रेन संख्या 18141/42 टाटा कटिहार एक्सप्रेस का विस्तार ठाकुरगंज के रास्ते सिलीगुड़ी जंक्शन/ न्यु जलपाइगुड़ी तक करने की भी मांग की गई। इसके अलावे ट्रेन संख्या 15721/22 एनजेपी-दीघा पहाड़िया एक्सप्रेस एवं 22611/12 एनजेपी-चेन्नई एक्स्प्रेस का ठहराव ठाकुरगंज स्टेशन पर प्रदान करने की मांग भी शामिल थी। ये दोनो साप्ताहिक ट्रेनें वर्तमान में ठाकुरगंज होकर ही परिचालित होती है। कटिहार रेल मंडल द्वारा इन दोनो ट्रेनों के ठाकुरगंज ठहराव की मांग को आरटीटीसी 2019 के एजेंडा में भेजा गया था। पहाड़िया एक्सप्रेस का ठाकुरगंज ठहराव भी 6 महीनो के लिए प्रदान किया गया था, बाद में डिविजन द्वारा बार बार आश्वासन के बाद भी इसे स्थायी नही किया गया। यात्री संगठन द्वारा 15643/44 कामाख्या-पूरी एक्सप्रेस एवं 22511/12 लोकमान्यतिलक-कामाख्या एक्सप्रेस को ठाकुरगंज के रास्ते डायवर्ट कर इसका वाणिज्यिक ठहराव ठाकुरगंज स्टेशन पर प्रदान करने की मांग की गई। ये ट्रेनें अलीपुरद्वार जंक्शन सिलीगुड़ी जंक्शन के रास्ते चलती है। इन ट्रेनों को सिलीगुड़ी जंक्शन से ठाकुरगंज के रास्ते डायवर्ट करने से न्यु जलपाईगुड़ी का कंजेशन कम होगा तथा बागडोगरा एवं ठाकुरगंज सेक्शन को पूरी एवं मुंबई की सीधी कनेक्टिविटी मिल जाएगी। ठाकुरगंज रेल पैसेंजर्स एसोसिएशन से जुड़े अरविंद अग्रवाल ने बताया कि अगले 20 दिनो में मांगे पूर्ण न होने की स्थिति में 9 दिसंबर के बाद लोकतांत्रिक अधिकारों का प्रयोग करते हुए आंदोलन एवं अनशन शुरू किया जाएगा, जो मांगे पूरी न होने तक जारी रहेगा। इसकी सूचना 9 दिसंबर को रेलवे प्रशासन को पत्र के माध्यम से दे दी जाएगी।