बीरबल महतो, सारस न्यूज़, ठाकुरगंज।
रविवार को राष्ट्रीय एकता दिवस के उपलक्ष्य में शामिल होने जयगांव (इंडो-भूटान) से केवड़िया गुजरात तक के लिए एसएसबी के द्वारा निकाली गई साइकिल रैली ठाकुरगंज पहुंची। जैसे ही एसएसबी जवान की साईकिल रैली ठाकुरगंज स्थित 19 वीं बटालियन मुख्यालय पहुंची जहाँ एपीजे कलाम कृषि विश्वविद्यालय अर्राबाड़ी के प्राचार्य डॉ विद्या भूषण झा, प्रभारी कमान्डेंट जयप्रकाश व एसएसबी के अधिकारियों ने रैली में शामिल जवानों का पुरजोर स्वागत किया। वही इसको लेकर कार्यक्रम में प्राचार्य डॉ विद्या भूषण झा ने रैली का नेतृत्व कर रहे कमांडर सुजीत कुमार को माला पहना एव प्रशस्ति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
बताते चलें कि उक्त साईकिल रैली गत 17 सितंबर को पश्चिम बंगाल के जयगॉंव से आरंभ होकर लगभग 2347 किलोमीटर की दूरी को तय कर आगामी 26 अक्टूबर को गुजरात के केवरिया स्थित लौह पुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल प्रतिमा स्थल पहुंचकर समाप्त होगी । इस मौके पर उपसेनानायक नवीन कुमार रॉय ने रैली में शामिल जवानों का उत्साह वर्धन करते हुए कहा कि राष्ट्रीय एकता दिवस पर आयोजित इस कार्यक्रम के बहुयामी लक्ष्य है, जिसका उद्देश्य देशवासियो में राष्ट्रीय चेतना का प्रचार प्रसार, फिट इंडिया मूवमेंट को बढ़ावा देने के साथ साथ साहसिक अभियान को बढ़ावा देना है। वही मोके पर मौजूद कार्यवाहक सेनानायक जयप्रकाश ने एस एस बी बल के गठन के बारे में प्रकाश डालते हुए कहा कि बल का गठन 1962 में हुए भारत चीन युद्ध के उपरांत सीमावर्ती इलाकों की सुरक्षा एवं राष्ट्रीय एकता की भावना का अभिवर्द्धन को लेकर किया गया था जिसे वर्ष 2001 में भारत नेपाल एव भूटान सीमा सुरक्षा का कमान सौंपा गया, जहाँ एसएसबी पूरी जिम्मेवारी के साथ मुस्तैदी के साथ सुरक्षा की कमान संभाल रही है, साथ ही सीमावर्ती इलाके के लोगो को आर्थिक रूप से सम्पन्न बनाने हेतु कई प्रकार के जनकल्याणकारी योजनाओं को चलाकर लाभान्वित कर रही है। इस दौरान रैली में शामिल जवानों का गर्मजोशी से स्वागत करते हुए हौसला अफजाई किया। उक्त कार्यक्रम में बतौर मुख्य के रूप में शिरकत करने पहुंचे कृषि कॉलेज के प्राचार्य डॉ विद्या भूषण झा ने जवानों का उत्साह बढ़ाते हुए अपने संबोधन में कहा कि साईकिल चलाना स्वाथ्य के लिए काफी लाभकारी है। इससे फिटनेस बना रहता है। उन्होंने मौजूद तमाम जवानों अधिकारियों सहित गणमान्य लोगों से आह्वान किया कि कम दूरी की मंजिल के लिए साईकिल की सवारी करे क्योकि साईकिल से मानव का काफी पुराना रिश्ता रहा है। ऐसा करने से ईंधन की बचत के साथ पर्यावरण का संतुलन बनाये रखने में भी मदद मिलेगी। इस दौरान उन्होंने पर्यावरण के साथ साथ 19 वी , 20 वी एव 21 वी सदी के बदलते बिन्दुओ पर भी विस्तार से चर्चा करते हुए सभी को साधुवाद देते हुए साइकिल रैली में शामिल एसएसबी जवानों को मंगलमय यात्रा की शुभकामना दिया।