बीरबल महतो, सारस न्यूज़।
ठाकुरगंज (किशनगंज)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ किशनगंज के जिला संघचालक ननी गोपाल घोष का शुक्रवार को अपने निज आवास आश्रमपाड़ा ठाकुरगंज को देहांत में हो गया। वे लम्बे समय से बीमार चल रहे थे। उनका अंतिम संस्कार देर शाम चुरली गाँव में किया गया। 70 वर्षीय ननी गोपाल घोष ने शुक्रवार दोपहर आश्रमपाड़ा स्थित अपने आवास पर अंतिम सांस ली। पदाधिकारीय जिला का संघचालक की मृत्यु की खबर मिलते ही संघ के विभाग संघचालक नागराज नखत ने उनके आवास पर पहुँच कर उन्हें श्रदांजली दी। इस दौरान नगर संपर्क प्रमुख महेश सिंह, प्रो.उपेन्द्र सिंह भी मौजूद थे। वही स्वर्गीय घोष को श्रदांजलि देने उनके निवास पर विभाग कार्यवाही सुखदेव सिंह, जिला कार्यकवाह देब दास, नगर संघचालक नंदू गाड़ोदिया, मुख्य पार्षद प्रमोद कुमार चौधरी, हिंदू मिलन मंदिर के महराज जी, नगर कार्यवाहक गोपाल सिंह, पूर्व मुख्य पार्षद देवकी अग्रवाल, प्रो दिलीप यादव पूर्व वार्ड पार्षद सुब्रत लाहिड़ी, भाजयुमो पूर्व जिला अध्यक्ष अमित सिन्हा, भाजपा पूर्व नगर अध्यक्ष मनमोहन साह, हंसराज नखत, अनिल महराज शिक्षक सकल देव पासवान, रमेश पासवान, भाजपा नेता सुभाष यादव, राजकुमार पासवान सुनील सहनी गुड्डू सिंह, गांधी लाल सिंह, पप्पू तिवारी, बुला दास गुप्ता, अनिल साह, दीनानाथ पाण्डेय, विजय साह, ब्रजेश सिंह, अतुल सिंह, रंजीत कुमार, बुल्लू घोष,अमित कुंडू सहित ठाकुरगंज व चुरली के लोगो ने श्रदांजलि दी।वही उनकी अंतिम यात्रा में संघ के कई वरिष्ठ पदाधिकारियों संग भाजपा नेताओं ने शिरकत की ।

10 साल से निभा रहे थे संघचालक का दायित्व
ननी गोपाल घोष संघ के मुख्य शिक्षक, कार्यवाह, जिला कार्यवाह एवं वर्तमान में जिला संघचालक के दायित्व को गुप्ता पिछले 10 साल से निर्वहन कर रहे थे। इमरजेंसी के दौरान भूमिगत रहकर श्री घोष ने विभिन्न स्थानों पर संघ का कार्य विपरीत परिस्थितियों में प्रारंभ किया था।
राम मंदिर आंदोलन में भी रहे सक्रिय अयोध्या में राम मंदिर नर्माण आंदोलन में भी उन्होंने सक्रियता के साथ भाग लिया था। किशनगंज जिले में संघ की मजबूती में ननी गोपाल घोष ने काफी मेहनत की इसके अलावा भारत सेवाश्रम संघ जेसे कई संघटनो में ये सक्रीय रहे।
शिक्षा प्रेमी के रूप में थी पहचान :- उच्च विद्यालय चुरली के संस्थापको में शुमार ननी गोपाल घोष की पहचान चुरली जेसे ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा की अलख जगाने वालो में रही है, 70 वर्षीय ननी गोपाल घोष ने सन 1971 में उच्च विद्यालय चुरली की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी गुवाहाटी से B.Ed की डिग्री प्राप्त ननी गोपाल घोष पिछले 50 वर्षों से चुरली के ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा की अलख जगाते रहे है।
