सारस न्यूज़ टीम, सारस न्यूज़।
प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित सभागार कक्ष में बुधवार को लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान फेज-2 के तहत एक दिवसीय प्रशिक्षण सह उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में बीडीओ सुमित कुमार, सीओ ओमप्रकाश भगत, प्रखंड प्रमुख धनी लाल गणेश, उपप्रमुख मो आरफीन हुसैन आदि मुख्य रुप से मौजुद थे। बीडीओ सुमित कुमार ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए प्रखंड के चार लक्षित ग्राम पंचायत भातगांव, दल्लेगांव, पटेशरी व सखुआडाली में अभियान की योजनाओं का क्रियान्वयन होना है । जिसके लिए कार्यशाला में जनप्रतिनिधि एवं स्वच्छता कर्मियों को गांव को संपूर्ण रूप से स्वच्छ बनाने हेतु सरकार के उद्देश्य से अवगत कराया गया और विस्तृत जानकारी दी गई। कार्यशाला में प्रोजेक्टर के माध्यम से संपूर्ण स्वच्छता के लिए चल रहे अभियान व कार्यक्रमों की डक्यूमेंट्री फिल्म दिखलाई गई। बीडीओ ने प्रशिक्षणार्थियों से कहा कि लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के प्रथम चरण में सभी को शौचालय की सुलभता उपलब्ध कराते हुए ग्राम पंचायतों को खुले में शौच से मुक्त घोषित किया गया था। अब लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान एवं स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) फेज 2 के अंतर्गत सभी गांवों को स्वच्छ एवं समृद्ध गांव बनाना है।
सरकार के द्वारा उद्देश्य की प्राप्ति हेतु व्यापक योजना तैयार की गई है। योजना क्रियान्वयन के लिए ग्राम पंचायत को अहम जिम्मेवारी दी गई है। बीडीओ ने जनप्रतिनिधियों से कार्यशाला में कही गई बातों को अमल में लाकर सरकार के उद्देश्य को सफलतापूर्वक जमीन पर उतारने की अपील की। जल एवं स्वच्छता समिति के जिला समन्वयक संदीप कुमार मिश्रा, दीपक कुमार एवं कमल कुमार ने अभियान के संबंध में बारी-बारी से विस्तृत रूप से जानकारी देते हुए कहा कि स्वच्छ गांव समृद्ध गांव बनाने को लेकर सरकार का बड़ा प्लान है और यह वित्तीय वर्ष 2024-25 तक चलेगा। योजना का क्रियान्वयन वार्ड प्रबंधन समिति के स्तर से कराया जाना है। संपूर्ण स्वच्छता अभियान के प्रथम फेज में वर्ष 2016 में खुले में शौच से मुक्ति हेतु ओडीएफ अभियान चलाया गया था ताकि पंचायत को खुले में शौच से मुक्त किया जा सके। अब अभियान के दूसरे फेज में स्वच्छ गांव समृद्ध गांव बनाने का अभियान चलेगा। अभियान की सफलता के लिए वार्ड से लेकर जिला तक की जिम्मेवारी तय की गई है। अभियान के तहत गांव को ठोस व तरल कचरा से मुक्त करना है ।अभियान की सफलता के लिए सरकार ने ग्राम पंचायतों की भूमिका तय की है। इसके लिए सरकार के स्तर से पंचायतों को आर्थिक व तकनीकी सहयोग दिया जाएगा। प्रखंड समन्वयक हिमांशु कुमार ने बताया कि पहले चरण में भातगांव, दल्लेगांव, पटेशरी व सखुआडाली में वित्तीय वर्ष 2021-22 के तहत क्रियान्वयन होगा। जिसके बाद 2024 तक सभी 21 ग्राम पंचायत के सभी गांवों को स्वच्छ व समृद्ध बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस दौरान योजना निर्माण, डीपीआर, डोर टू डोर अपशिष्ठ संग्रह व प्रसंस्करण के बारे में बताया गया।
इस मौके पर दल्लेगांव मुखिया प्रतिनिधि गुलाम हसनैन, भातगांव मुखिया प्रतिनिधि मुन्ना सिंह, सखुआ डाली मुखिया प्रतिनिधि मो राजा, कनकपुर मुखिया प्रतिनिधि सोहेल अख्तर, पटेशरी मुखिया प्रतिनिधि दिलशाद राही, बीएओ राजेश कुमार, प्रखंड समन्वयक मो असरार आलम, दिलीप कुमार यादव, संबंधित पंचायत के पंसस, वार्ड सदस्य, आवास सहायक, पीआरएस, विकास मित्र, कार्यपालक सहायक आदि सहित अन्य कर्मी मौजूद थे।