सारस न्यूज़, बहादुरगंज, किशनगंज।
दीवार गिरने से तीन लोगों की एक साथ मौत होने से मृतकों के परिवारों में कोहराम मचा हुआ है, वहीं घटना की चर्चा पूरे क्षेत्र में हो रही है। घटना के दूसरे दिन तीनों का अंतिम संस्कार उनके-अपने रीति-रिवाज के अनुसार किया गया। दो का जनाजे की नमाज के बाद दफनाया गया, जबकि एक का पास के शमसान घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। इस हादसे में एक शिक्षक, भरत कुमार की भी दर्दनाक मौत हुई है, जो नव प्राथमिक विद्यालय रामपुर दक्षिण टोला में कार्यरत थे।
बताया गया कि मृतक शिक्षक भरत कुमार के चार छोटे-छोटे बच्चे हैं, जिनमें 11 वर्ष का एक बेटा, 9 साल का एक बेटा, और दो एवं चार साल की दो बेटियाँ हैं। वहीं, मो आलम और मो शाहिद सब्जी का दुकान चला कर किसी तरह परिवार का पालन-पोषण कर रहे थे।

रविवार की देर शाम नगर पंचायत स्थित दुर्गा मंदिर के समीप एक पुरानी दीवार गिरने से तीन व्यक्तियों की मौत और एक व्यक्ति के गंभीर रूप से घायल होने की खबर सामने आई थी। घायल को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बहादुरगंज भेजा गया, जहां उसकी हालत गंभीर होने के कारण उसे किशनगंज रेफर किया गया। घटना उस समय घटी जब लोग दुर्गा मंदिर के समीप एक गली में बैठकर ताश खेल रहे थे, तभी अचानक वर्षों पुरानी दीवार गिर पड़ी और चारों दब गए।
दीवार गिरने की आवाज सुनते ही आसपास के लोग दौड़े और चारों घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बहादुरगंज भेजा। जहां चिकित्सकों ने दो को मृत घोषित कर दिया और एक की हालत नाजुक होने के कारण उसे रेफर कर दिया। वहीं एक घायल का इलाज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में ही किया जा रहा था। रेफर किए गए मरीज का इलाज किशनगंज सदर अस्पताल में चल रहा था, जहां इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई। घटना के बाद से पूरे नगर क्षेत्र में गम का माहौल व्याप्त है, और मीरतको का शव उनके आवास पर पहुंचते ही परिजनों में चीख-पुकार मच गई।
