राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
बिहार–कला, संस्कृति और युवा विभाग, बिहार सरकार एवं जिला प्रशासन, किशनगंज द्वारा वसंत पंचमी महोत्सव 2025 का भव्य आयोजन किया गया। यह महोत्सव 3 फरवरी 2025 को खगड़ा, किशनगंज स्थित खेल भवन-सह-व्यायामशाला में सुबह 11:00 बजे से आयोजित हुआ। इस महोत्सव का मुख्य उद्देश्य जिले की सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित और संवर्धित करना, साथ ही कला, संगीत, नृत्य और साहित्य के प्रति लोगों की रुचि को बढ़ावा देना था। इस आयोजन में जिले के विभिन्न कला रूपों, कलाकारों और सांस्कृतिक परंपराओं को एक मंच पर लाकर सम्मानित किया गया।
वसंत पंचमी महोत्सव का महत्व
वसंत पंचमी भारतीय संस्कृति में अत्यधिक महत्व रखती है। यह पर्व विशेष रूप से मां सरस्वती की पूजा के रूप में मनाया जाता है, जो ज्ञान, शिक्षा और कला की देवी हैं। भारतीय समाज में वसंत पंचमी न केवल धार्मिक, बल्कि एक सांस्कृतिक उत्सव के रूप में भी मनाई जाती है। इस अवसर पर कला, संगीत, नृत्य और साहित्य से जुड़े कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। जिला प्रशासन, किशनगंज और कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के संयुक्त प्रयासों से इस महोत्सव का आयोजन किया गया, ताकि जिले की सांस्कृतिक पहचान को और मजबूती मिले।
इस महोत्सव का मुख्य उद्देश्य जिले की कला, संस्कृति और परंपराओं को जीवंत बनाए रखना है। स्थानीय कलाकारों को मंच प्रदान करना, उनकी प्रतिभा को सम्मानित करना और आम जनता को कला एवं संस्कृति के प्रति जागरूक करना इसके प्रमुख उद्देश्यों में शामिल हैं। इस आयोजन के माध्यम से समाज में सांस्कृतिक मूल्यों को संरक्षित करने और नई पीढ़ी को अपनी जड़ों से जोड़ने का संदेश दिया गया।
कार्यक्रम की विशेषताएँ
महोत्सव के दौरान विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें प्रमुख रूप से: संगीत एवं नृत्य प्रस्तुति – लोकगीत, पारंपरिक नृत्य और आधुनिक संगीत प्रस्तुतियाँ
नाटक मंचन – स्थानीय नाट्य समूह द्वारा समसामयिक विषयों पर आधारित नाटक कविता पाठ एवं साहित्यिक चर्चा – साहित्य प्रेमियों के लिए विशेष सत्र
कला प्रदर्शनी – जिले के कलाकारों द्वारा बनाई गई चित्रकला और हस्तशिल्प का प्रदर्शन
लोक कला एवं लोक नृत्य – बिहार की सांस्कृतिक धरोहर को दर्शाने वाले विशेष कार्यक्रम
इसके अलावा, विशेष सरस्वती पूजन का भी आयोजन किया गया, जहां उपस्थित श्रद्धालुओं ने मां सरस्वती की आराधना कर ज्ञान और बुद्धि की प्राप्ति की कामना की।
मुख्य अतिथियों का संबोधन
महोत्सव का उद्घाटन जिले के उप विकास आयुक्त स्पर्श गुप्ता द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। उन्होंने अपने संबोधन में वसंत पंचमी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह पर्व केवल आध्यात्मिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि कला, संस्कृति और साहित्य के संरक्षण व संवर्धन के लिए भी महत्वपूर्ण है। उन्होंने इस महोत्सव को जिले के सांस्कृतिक उत्थान की दिशा में एक सराहनीय प्रयास बताया।
इसके अलावा, अन्य प्रमुख अतिथियों में जिले के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी, सांस्कृतिक विशेषज्ञ, स्थानीय कलाकार और गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। सभी ने इस आयोजन को जिले की सांस्कृतिक समृद्धि के लिए एक महत्वपूर्ण पहल बताया।
कार्यक्रम स्थल एवं समय
यह भव्य आयोजन खगड़ा, किशनगंज स्थित खेल भवन-सह-व्यायामशाला में किया गया, जो जिले की प्रमुख सांस्कृतिक गतिविधियों का केंद्र है। कार्यक्रम सुबह 11:00 बजे से शुरू हुआ और दिनभर विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ जारी रहीं।
सार्वजनिक सहभागिता की अपील
महोत्सव केवल एक सांस्कृतिक आयोजन नहीं था, बल्कि यह समाज के हर व्यक्ति को अपनी सांस्कृतिक धरोहर के प्रति जागरूक करने और उसमें सक्रिय रूप से भाग लेने का अवसर भी था। आयोजकों ने आम जनता से अनुरोध किया कि वे इस महोत्सव का हिस्सा बनें और जिले की समृद्ध सांस्कृतिक परंपरा को बनाए रखने में योगदान दें।
इस आयोजन की सफलता जिलेवासियों की सहभागिता पर निर्भर थी। कला प्रेमियों, कलाकारों और आम जनता के सहयोग से इस महोत्सव को ऐतिहासिक बनाया गया।
विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति
इस अवसर पर जिला भू-अर्जन पदाधिकारी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, भूमि सुधार उपसमाहर्ता, सहायक निदेशक (बाल संरक्षण इकाई), सचिव (रेड क्रॉस सोसाइटी), संगीत शिक्षक, अन्य शिक्षकगण और ग्रामीण आवास पर्यवेक्षक सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
वसंत पंचमी महोत्सव 2025 जिले की सांस्कृतिक धरोहर को उजागर करने और नई पीढ़ी को अपनी कला एवं संस्कृति से जोड़ने का एक महत्वपूर्ण अवसर था। इस आयोजन के माध्यम से जिले के कलाकारों को एक नई पहचान मिली, और आम जनता को अपने सांस्कृतिक मूल्यों को आत्मसात करने का अवसर प्राप्त हुआ।
आयोजन तिथि एवं स्थान:
तिथि: 3 फरवरी 2025
समय: सुबह 11:00 बजे
स्थान: खेल भवन-सह-व्यायामशाला, खगड़ा, किशनगंज
आयोजन के सहयोगी: जिला प्रशासन, किशनगंज कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार सरकार
आयोजकों ने सभी नागरिकों से आग्रह किया कि वे अपनी संस्कृति और परंपराओं के प्रति जागरूक रहें और भविष्य में होने वाले ऐसे आयोजनों में भी बढ़-चढ़कर भाग लें।
