राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
किशनगंज जिले में चल रहा महिला संवाद कार्यक्रम अब महिलाओं के सपनों और जरूरतों को स्वर देने का सशक्त जरिया बनता जा रहा है। जिले के गांव-टोले में आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान महिलाएं खुलकर अपनी इच्छाएं, सुझाव और अपेक्षाएं सामने रख रही हैं। अब तक 30,440 से अधिक आकांक्षाएं इस अभियान के तहत दर्ज की जा चुकी हैं, जिन्हें विशेष मोबाइल एप के माध्यम से संकलित कर सरकार के संबंधित विभागों और जिला प्रशासन तक भेजा जा रहा है ताकि उन पर जल्द कार्रवाई हो सके।
महिलाओं की बढ़ती भागीदारी ने इस पहल को एक जनआंदोलन का रूप दे दिया है। हर गांव और टोले की महिलाएं पूरे आत्मविश्वास के साथ कार्यक्रम में हिस्सा ले रही हैं और अपने विकास से जुड़े विचार साझा कर रही हैं। यह पहल गांवों में महिला सशक्तिकरण और सामाजिक विकास की दिशा में अहम भूमिका निभा रही है।
अब तक यह संवाद 1,230 ग्राम संगठनों में आयोजित हो चुका है, जिसमें 2 लाख 31 हजार से अधिक महिलाओं ने अपनी भागीदारी दर्ज कराई है। यह आंकड़ा खुद ब खुद कार्यक्रम की लोकप्रियता और प्रभाव को दर्शाता है। जिले में कुल 1,262 ग्राम संगठनों को इस कार्यक्रम से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है। किशनगंज सदर प्रखंड में तय सभी ग्राम संगठनों में यह अभियान सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है, जबकि अन्य प्रखंडों में यह कार्यक्रम अंतिम चरण की ओर अग्रसर है।
महिलाओं की सहभागिता ने महिला संवाद को और अधिक सार्थक बना दिया है। वे न सिर्फ अपनी बात रख रही हैं बल्कि सरकार की योजनाओं का लाभ उठाकर विकास की राह पर आगे बढ़ने के प्रति पूरी तरह संकल्पबद्ध नजर आ रही हैं। इस संवाद का मूल उद्देश्य यही है कि गांव-टोले की हर महिला को राज्य सरकार की योजनाओं और कार्यक्रमों से अवगत कराना ताकि वे खुद को और अपने परिवार को सशक्त बना सकें।
महिला संवाद के दौरान सरकार की योजनाओं से जुड़े प्रेरक और जागरूकता बढ़ाने वाले वीडियो दिखाए जा रहे हैं, साथ ही महिलाओं को लीफलेट वितरित कर योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी जा रही है। यह पहल यह सुनिश्चित कर रही है कि गांव-गांव तक महिला सशक्तिकरण का संदेश पहुंचे और महिलाएं आत्मनिर्भर बनें।
