विजय गुप्ता, सारस न्यूज, गलगलिया, किशनगंज।
पड़ोसी राष्ट्र नेपाल के निकाय चुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न कराने एवं सुरक्षा दृष्टिकोण से मंगलवार की देर शाम दोनों देशों के बीच की सीमा सील कर दी गई है। यह बंदी आज 13 मई की रात 12 बजे तक रहेगी। मंगलवार रात से ही दोनों देशों के बीच नागरिकों के आवागमन पर प्रतिबंध लगने के साथ ही व्यापार भी ठप हो गया है। आज तीन दिनों से सीमावर्ती क्षेत्र के गलगलिया,ड़ेंगूजोत सहित अन्य बाजारों में पूरे दिन सन्नाटा पसरा रहा तो व्यापारियों में मायूसी छाई रही है। वहीं एसएसबी 41वीं बटालियन भातगाँव कंपनी के इंस्पेक्टर रवि कुमार ने बताया कि 14 मई से आवागमन सामान्य रूप से बहाल कर दिया जाएगा। मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को नेपाल में निकाय चुनाव सात प्रदेश के 77 जिलों में मतदान होगा। जिसे शांतिपूर्ण तरीके से कराने के लिए दोनों देशों के सुरक्षा एजेंसियां कड़ी चौकसी बरत रहे हैं। बीते दिन पूर्व भारत नेपाल के दोनों देशों के अधिकारियों की एक बैठक हुई थी।
इस दौरान चुनाव को सकुशल संपन्न कराने के लिए मतदान से 72 घंटे पहले नेपाल सीमा सील करने का निर्णय लिया गया था। ऐसी स्थिति में सीमा सील होने से इमरजेंसी सेवा को छोड़कर दोनों देशों के बीच नागरिकों का सामान्य आवाजाही रुका तो व्यापार पर भी अंकुश लग गया। इसी के साथ सीमावर्ती क्षेत्र के बाजारों में पूरे दिन सन्नाटा पसरा रहा तो व्यापारियों में मायूसी की झलक भी देखने को मिली। इलाके के व्यापारी हों या आम नागरिक, सभी चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से समाप्त होने के बाद आज शुक्रवार की रात को सीमा खुलने का इंतजार कर रहे हैं। इस संबंध में गलगलिया बाजार के व्यवसायी भुम्भल घोष, भोला घोष, नंद गुप्ता, बबलू सहनी, कबीर खान आदि ने बताया कि सीमा बंद होने से सीमा से सटे भारतीय बाजार के व्यवसाय पर खासा प्रभाव पड़ा है। यहां के व्यापार ज्यादातर नेपाली ग्राहकों पर ही आधारित है।
