सारस न्यूज टीम, सारस न्यूज।
पाकिस्तान व बांग्लादेश के बाद अब भारत और नेपाल के बीच भी ट्रेन सेवा शुरू हो गई है। शनिवार को दिल्ली में भारत के पीएम नरेंद्र मोदी व नेपाल के प्रधानमंत्री शेरबहादुर देउबा ने संयुक्त रूप से वर्चुअल उद्घाटन किया। मुख्य उद्घाटन समारोह जयनगर में हुआ।
बिहार के मधुबनी जिला स्थित जयनगर से नेपाल के जनकपुरधाम होते हुए कुर्था तक ट्रेन जाएगी। इस ट्रेन सेवा से दोनों देशों के यात्रियों को लाभ होगा। ट्रेन पर नेपाल रेलवे का नियंत्रण होगा। खास बात यह है कि ट्रेन में भारत व नेपाल को छोड़ किसी अन्य देश के नागरिक सफर नहीं कर सकेंगे। ट्रेन अभी जयनगर से कुर्था के बीच चलेगी। हालांकि, आने वाले दिनों में इसे वर्दीवास तक बढ़ाया जाना है।
भारत-नेपाल मैत्री ट्रेन सेवा शुरु।
भारत-नेपाल मैत्री ट्रेन सेवा शुरू हो गई है। इसका उद्घाटन भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा संयुक्त रूप से वर्चुअल तरीके से दिल्ली से किया। डीआरएम आलोक अग्रवाल ने बताया कि ट्रेन के परिचालन की तैयारी पहली ही कर ली गई थी। अगले दिन से यात्रियों के लिए परिचालन प्रारंभ हो गया है।
केवल भारतीय व नेपाली यात्रियों के लिए ट्रेन।
करीब आठ सालों से ट्रेन सेवा बंद थी। खास बात यह है कि ट्रेन में सिर्फ भारतीय व नेपाली यात्री ही सफर कर पाएंगे। दूसरे देशों के यात्रियों को इस ट्रेन में अभी सफर करने की अनुमति नहीं दी गई है। रेलवे बोर्ड द्वारा जारी एसओपी में इसकी चर्चा है।
यात्रा के लिए जरूरी वैध पहचान पत्र
यात्रियों को अपने साथ पासपोर्ट रखना अनिवार्य नहीं है, लेकिन उन्हें फोटोयुक्त वैध पहचान पत्र साथ रखना होगा। यात्रियों के लिए निम्नलिखित पहचान पत्रों में से कोई एक फोटो युक्त पहचान पत्र रखना अनिवार्य है। वैध राष्ट्रीय पासपोर्ट,भारत सरकार/ राज्य सरकार/ केंद्र शासित प्रदेश के प्रशासन द्वारा कर्मचारियों के लिए जारी फोटोयुक्त पहचान पत्र, भारतीय चुनाव आयोग द्वारा जारी फोटो पहचान पत्र, नेपाल स्थित भारतीय दूतावास/ भारतीय महावाणिज्य दूतावास द्वारा जारी इमरजेंसी प्रमाण पत्र या परिचय प्रमाण, फोटोयुक्त पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, सीजीएचएस कार्ड, राशन कार्ड तथा स्कूल/ कॉलेज के परिचय पत्र आदि होने पर यात्रा की अनुमति दी जा सकती है।
ट्रेन सेवा पर नेपाल रेलवे का होगा नियंत्रण।
इस ट्रेन सेवा पर पूरा नियंत्रण नेपाल रेलवे का होगा। अभी जयनगर से कुर्था के बीच ट्रेन चलेगी। आने वाले दिनों में इसे वर्दीवास तक बढ़ाया जाएगा। ट्रेन के परिचालन के लिए कोंकण रेलवे ने दो रैक उपलब्ध कराए हैं, जिनका परिचालन अभी कोंकण रेलवे के कर्मी नेपाली रेल कर्मियों के साथ करेंगे। कोंकण रेलवे के कर्मी करीब छह महीने तक नेपाली रेलकर्मियों को ट्रेन परिचालन की ट्रेनिंग देंगे।