विशेष संवाददाता, सारस न्यूज़, दार्जिलिंग।
खोरीबाड़ी : भारत-नेपाल सीमा हमेशा काला कारोबार करने के लिए तस्करों के लिए वरदान साबित रहा है। जबकि बार्डर पर केंद्र व राज्य सरकार के सजग प्रहरी पूरी तरह से मुस्तैद है और यहां इनकी बगैर इजाजत के परिंदा भी पर नही मार सकता है। इसके बावजूद सीमा पर सक्रिय कुख्यात तस्कर इन दिनो कपड़ा सहित अन्य सामानो की तस्करी को अंजाम दे रहे है । सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नेपाल के कपड़ा व्यापारी एक पोका (बोरा) कपड़ा को यदि भारतीय बाजारों से उठाकर तस्करी के जरिये नेपाल अपने गोदाम में मंगवाते हैं तो अवैध कारोबारी को उन्हें कम कैरिंग खर्च व कमीशन देना होता है। इसी कमीशन के लालच में कारोबारी ने सीमा शुल्क को छोड़ दिया और अवैध रास्तों से तस्करी का विकल्प चुना है।
ताजा मामला जहां भारत-नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी 41वीं वाहिनी रानीडांगा के अंतर्गत भातगांव व डांगुजोत बीओपी के जवानों ने रविवार को नेपाल में अवैध रूप से जा रहे भारी मात्रा में कपड़ो को जब्त किया है। इस संबंध में एक व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार व्यक्ति का नाम मोहम्मद नयजुन , डांगुजोत, खोरीबाड़ी थाना क्षेत्र का निवासी बताया गया है। एसएसबी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रविवार को भारत-नेपाल सीमा स्थित पिलर संख्या 100/3 के पास एसएसबी 41वीं वाहिनी की भातगांव एवं डांगुजोत जवानों ने संयुक्त गश्ती के दौरान एएसआई दोरजी खांडू गोईबा के नेतृत्व में अवैध कपड़ो के साथ हिरासत में लिया है। इस दौरान नाका पार्टी ने कुल 05 पोका (बोरा) कपड़ा जब्त किया। जिसकी अनुमानित कीमत करीब तीस हजार रुपये के आस पास बताई गई है। बताया गया कि ये तस्कर कस्टम शुल्क बचाने के उद्देश्य से ऐसी घटना को अंजाम देने की कोशिश करते हैं ताकि अधिक से अधिक लाभ अर्जित की जा सके। एसएसबी द्वारा जब्त किये गए कपड़े को आवश्यक करवाई के बाद पानीटंकी कस्टम को अग्रिम कार्यवाही हेतु सौंप दिया गया है।