बीरबल महतो, सारस न्यूज़, पूर्णिया।
पूर्णिया के टीकापट्टी थाना क्षेत्र के एसएच 65 गरीबघाट के पास अवस्थित मेघा महेंद्र फ्यूल सेंटर पर बुधवार को एक बड़ा हादसा पंपकर्मी की सूझबूझ से टल गया तथा एक परिवार आग में जलने से बच गया। दोपहर एक कार में तेल भरवाते समय अचानक इंजन में आग लग गयी तथा उसमें इंजीनियर पंकज कुमार का परिवार जलती कार में फंस गया । जिन्हें पंपकर्मियों की सूझ-बूझ से किसी प्रकार निकाला गया तथा कार को किसी प्रकार खतरा वाली जगह से हटाकर पंप से बाहर कर दिया गया, जिससे बड़ा हादसा होते-होते बच गया । इस संबंध में पंप मालिक नीरज कुमार ने बताया कि बैरिया गांव के गैनू महलादार के दामाद पंकज कुमार, जो इंजीनियर हैं तथा सुपौल में कार्यरत हैं, अपनी पत्नी एवं साली के साथ कार बीआर 43 डी 4382 से सुपौल जा रहे थे। वे उनके पेट्रोल पंप पर तेल भरवाने पहुंचे। पंकज कार का दरबाजा बंद करके नीचे उतर गए थे । नोजल मैन राजेश यादव कार में तेल भर रहा था, अचानक उसकी नजर कार के बोनट से उठते धुआं पर पड़ी। वह तेल बंद कर शोर मचाते हुए कार में सवार इंजीनियर की पत्नी एवं साली को उतरने के लिए कहा तथा दौड़कर अग्निशामक सिलेंडर ले आया। परंतु तब तक दरबाजा आटोमेटिक लाक हो चुका था। महिलाएं कार के भीतर चींखने-चिल्लाने लगीं। चारों ओर अफरा-तफरी का माहौल हो गया । सभी नोजल मैन सहित स्थानीय व्यक्तियों ने किसी प्रकार गेट को तोडकर दोनों महिलाओं को बाहर निकाला तथा कार को ठेलकर खतरेवाले जोन से बाहर करते हुए पंप पर स्थित पानी के फव्वारा के पास लेकर चले गए। इसबीच कार की बैट्री जोर से धमाका करते हुए बलास्ट हो गयी। सभी ने मिलकर किसी प्रकार पानी एवं अग्निशमन सिलेंडर की मदद से आग पर काबू पाया। संयोग से कोई हताहत नहीं हुआ। मौके पर इंजीनियर पंकज कुमार एवं उनके परिवार ने नोजल मैन राजेश यादव, संतोश यादव, रंजीत मंडल आदि स्थानीय लोगों को इसके लिए धन्यवाद दिया। इंजीनियर परिवार को आटो से पंप मालिक ने घर तक पहुंचवाया।