सारस न्यूज टीम, उत्तराखंड।
चारधाम यात्रियों से भरी बस रविवार शाम पौने सात बजे 200 फीट गहरी खाई में गिर गई। 28 तीर्थयात्री सवार थे। इनमें से 23 ने मौके पर ही दम तोड़ दिया था जबकि तीन की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हुई। मृतकों की शिनाख्त के प्रयास किए जा रहे हैं।
बस में चालक और परिचालक और मध्यप्रदेश के जिला पन्ना के गांव जखला निवासी हादसा यमुनोत्री हाईवे पर डामटा से करीब 5 किमी दूर रिखाऊं खड्ड क्षेत्र में हुआ। बस हरिद्वार से यमुनोत्री धाम के लिए चली थी। दुर्घटना की सूचना पर बड़कोट और पुरोला पुलिस के साथ ही एसडीआरएफ, एनडीआरएफ टीम पहुंची और रेस्क्यू अभियान शुरू किया।
पुरोला थानाध्यक्ष अशोक कुमार ने बताया कि सात घायलों को निकाला गया जिसमें तीन महिलाएं थीं। उन्हें उपचार के लिए सीएचसी नौगांव में भर्ती कराया गया। इनमें से तीन ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। चार घायलों का इलाज चल रहा है। गहरी खाई व अंधेरा होने से शवों को सड़क तक लाने मेें दिक्कत आ रही है। हादसा इतना भयावह था कि बस के परखच्चे उड़ गए। मौके पर एसडीएम बड़कोट शालिनी नेगी, सीओ सुरेंद्र भंडारी मौजूद हैं।
यमुनोत्री हाईवे पर डामटा के पास हुई सड़क दुर्घटना की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सचिवालय स्थित आपदा कंट्रोल रूम पहुंचे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने दुर्घटना राहत व बचाव कार्यों की जानकारी ली। इसके साथ ही जिला प्रशासन और संबंधित एजेंसियों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए।
यमुनोत्री हाईवे पर रिखाऊं खड्ड के पास हुई बस दुर्घटना के जिला पंचायत सदस्य हाकम सिंह रावत प्रत्यक्षदर्शी हैं। उन्होंने बताया कि जब वह घटनास्थल पर पहुंचे तो रोंगटे खड़े कर देने वाला मंजर था।
हादसे पर प्रधानमंत्री मोदी ने दुख जताया है। कहा कि उत्तराखंड में हुआ बस हादसा अत्यंत पीड़ादायक है। जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है। उनके प्रति मैं अपनी शोक-संवेदना व्यक्त करता हूं। राज्य सरकार की देख-रेख में स्थानीय प्रशासन मौके पर हरसंभव सहायता में जुटा है।
बस में सवार यात्रियों की सूची
राजकुमार (38), राजकुवर (58), मेनकाप्रसाद (56), सरोज (54), बद्रीप्रसाद (63), करणसिंह (62), उदयसिंह (63), हक्की राजा (60), चंद्रकली (61), मोतीलाल (62), बलदेव (77), कुसुमबाई (77), अनिलकुमारी (50), कृष्णबिहारी (69), प्रभा ( 63), शकुंतला (60), पार्वती (62), शीलाबाई (61), विश्वकांत (39), चंद्रकला (57), कंच्छेदीलाल (62), राजाबाई (59), धनीराम (72), कामबाई (57), वृंदाबेन (61), कमला (59), रामसखी ( 63), गीताबाई (55) शामिल हैं।
दुर्घटना में जान गंवाने वालों के परिजनों के लिए पीएमएनआरएफ की ओर से दो-दो लाख और घायलों को 50,000 रुपये दिए जाने की घोषणा की गई है।