सारस न्यूज़ टीम, सारस न्यूज़।
शामली ज़िले के कांधला के मोहल्ला राय जदगान निवासी शहज़ाद ने अपने तीन परिवारों के साथ कांधला के महाभारत कालीन सूरजकुंड मंदिर पहुंचकर वहां मंदिर प्रांगण में आयोजित शुद्धि हवन यज्ञ में हिस्सा लिया, इसके बाद तीनों मुस्लिम परिवारों ने सनातन धर्म में वापसी की।
शामली ज़िले के कांधला क़स्बे के राय जदगान इलाक़े में रहने वाले मोहम्मद उमर और उनके परिवार के 18 लोगों ने हिन्दू धर्म अपना लिया। इन लोगों ने सूरजकुंड मंदिर पहुंचकर वहां आयोजित शुद्धि यज्ञ में हिस्सा लिया और फिर हिन्दू धर्म में वापसी की।
‘हमें धोखे में रखकर मुसलमान बनाया गया था’
उमर के बेटे राशिद ने बताया कि, “बारह साल पहले मेरे पिता ने परिवार सहित मुस्लिम धर्म अपना लिया था। हमें तब पता नहीं था, हम लोगों को धोखे में रखकर हमारा धर्म परिवर्तन कराया गया था, हमें डराया धमकाया भी गया था, लेकिन अब हम सबने पूरे परिवार के साथ हिंदू धर्म में वापसी करने का निर्णय लिया है।” हम सभी लोग बंजारा समुदाय के हैं, इस्लाम धर्म त्यागकर हिन्दू अपनाने वालों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं।