शनिवार की सुबह से प्रखंड के पूर्वी दिशा व पोठिया प्रखंड के सीमा पर बहनेवाली महानन्दा नदी, भारत नेपाल सीमा पर बहने वाली मेची नदी सहित चेंगा, कनकई, पवना आदि नदी के जल स्तर में वृद्धि देखी जा रही हैं। गत तीन दिनों से पहाड़ी इलाकों में हो रही लगातार बारिश के कारण ही इन नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है। वहीं नदियों के जलस्तर में बढ़ोत्तरी होने के कारण कटाव भी हो रही है। जिससे निचले इलाके के गांवों में लोगों को बाढ़ का पानी घुसने का खतरा मंडराता नजर आ रहा है। वहीं प्रखंड मुख्यालय से 28 किमी दूर खारुदह पंचायत में बहने वाली कनकई नदी व मेची नदी के बीच बसे वार्ड नं चार के गोगरिया कॉलोनी गांव के 08 घर व करीब 10 एकड़ कृषि योग्य भूमि कटाव के चपेट में आकर नदी में समा गए हैं। कनकई नदी के कटाव से गोगरिया कॉलोनी गांव का अस्तित्व खतरे में नजर आ रहा है। अब भी 25 से 30 घरों पर कटाव की चपेट में आने का खतरा मंडरा रहा है। यहां के करीब दर्जनभर परिवार के लोगों को अपने घर व कृषि योग्य भूमि का कटाव होने की चिंता बनी हुई है। स्थानीय मुखिया मो जुल्फिकार ने बताया कि खारुदह पंचायत के गोगरिया कॉलोनी गांव की स्थिति काफी भयावह होती जा रही हैं। कनकई नदी के कटाव के कारण उक्त गाँव के लोगों के घर व जमीन नदी में समा रही हैं। अभी तक 08 घर व 10 एकड़ से भी अधिक जमीन नदी में समा चुकी हैं और अभी भी नदी का कटाव बदस्तूर जारी है। वहीं उक्त गांव के प्रभावित ग्रामीण मो खैरुद्दीन, मो सैरुद्दीन, नरोज बेगम,मिन्हाज आलम, सादिक आलम, मो दिलावर आदि ने बताया कि पिछले वर्ष भी हमलोगों के 09 घर कनकई नदी के कटाव से नदी में समा गया था। इस बार उससे और बुरी स्थिति हैं।स्थानीय प्रशासन अभी तक इस प्रभावित क्षेत्र का न तो जायजा लेने के लिए पहुंची है और न कोई राहत हमलोगों को दी गई हैं।
बताते चलें कि महानन्दा नदी के उफनाने से प्रखंड के सखुआडाली, पटेशरी, छैतल, दुधौंटी, जिरनगच्छ, बरचौन्दी व खारुदह,मेची नदी से भातगांव, चुरली, तातपौआ, खारुदह व दल्लेगांव, कनकई नदी से बन्दरझुला, पौआखाली, रसिया व खारुदह आदि पंचायत बहुत प्रभावित रहती हैं। इन नदियो के जलस्तर में बढ़ोत्तरी के कारण इन पंचायतो के दर्जनो गांवो में नदी के पानी घुसने के साथ कटाव का भी खतरा बढ़ जाता है।
वहीं शनिवार को सीओ ओमप्रकाश भगत ने बाढ़ से अधिक प्रभावित वाले क्षेत्र व गांव के किनारे बहने वाली नदियों के जलस्तर का निरीक्षण किया। इस संबंध में सीओ ओमप्रकाश भगत ने बताया कि प्रशासन अलर्ट मोड में हैं। अभी तक किसी गांव अथवा घर में बाढ़ के पानी के घुसने की सूचना प्राप्त नहीं हुई हैं। ठाकुरगंज अंचल अंतर्गत बहनेवाली नदियों के जलस्तर पर नजर रखने के साथ-साथ कटाव स्थलों की सूची बाढ नियंत्रण व जल निस्सरण विभाग को दी गई हैं ताकि समय रहते कटाव स्थल की मरम्मति की विभागीय कार्रवाई की जा सके।
फोटो:-01. खरना गांव के समीप ठाकुरगंज-पोठिया प्रखंड सीमा में बहने वाली महानंदा नदी।
02. खारुदह पंचायत के गोगरिया कॉलोनी में कनकई नदी से कटाव की चपेट आता घर।
03.खारुदह पंचायत के गोगरिया कॉलोनी में कनकई नदी से कटाव की चपेट आता कृषि योग्य भूमि।