सारस न्यूज, वेब डेस्क।
उत्तर पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री जी. किशन रेड्डी ने आज मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह, कार्य/युवा मामले और खेल मंत्री के गोविंदास सिंह की उपस्थिति में राष्ट्रीय खेल विश्वविद्यालय परिसर, खुमान लम्पक से सेकमई में अंतर्राज्यीय ट्रक टर्मिनस का वर्चुअल रूप से उद्घाटन किया।
आजादी का अमृत महोत्सव के अवसर पर उत्तर पूर्व क्षेत्रीय खेल सप्ताह मनाने के दौरान इस उद्घाटन समारोह का आयोजन किया गया।
केंद्रीय मंत्री के साथ मणिपुर के मुख्यमंत्री भी इम्फाल के मुख्य स्टेडियम, खुमान लम्पक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में मेजबान टीम मणिपुर और त्रिपुरा के बीच खेले गए खेल सप्ताह के फुटबॉल मैच का फाइनल देखने में शामिल हुए।
समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि मणिपुर में विकास कार्य गति पर है। उन्होंने यह आशा व्यक्त किया कि मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के नेतृत्व में मणिपुर आगे बढ़ेगा।
उन्होंने राज्य सरकार, उत्तर पूर्व परिषद और खेल प्रतियोगिता का आयोजन करने वाले लोगों को इस कार्यक्रम का आयोजन सफलतापूर्वक करने पर बधाई दिया। उन्होंने देश के युवा खिलाड़ियों से कहा कि हमें अपनी विशाल आबादी के हिसाब से मेडल भी प्राप्त होना चाहिए।
उन्होंने सभी माता-पिता से अनुरोध किया कि वे अपने बच्चों को किसी भी प्रकार का खेल खेलने के लिए प्रोत्साहित करें, क्योंकि खेल के माध्यम से अनुशासन प्राप्त होता है और बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ता है।
केन्द्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि उत्तर पूर्व क्षेत्र के आठ राज्यों ने विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में पदक प्राप्त किया है जिनमें मुक्केबाजी, बैडमिंटन, फुटबॉल, तीरंदाजी आदि शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र के युवाओं ने खेल जगत में अपार प्रतिभाएं दिखाई हैं और देश का नाम रोशन किया है।
उन्होंने कहा कि मणिपुर आज देश में एक उदाहरण प्रस्तुत कर रहा है और इस राज्य ने अब तक कई ओलंपियन और पदक विजेताओं को जन्म दिया है।
उन्होंने कहा कि हम सभी जानते हैं कि पोलो का खेल मणिपुर के सगोल कांगजेई के नाम से जाना जाता है जिनका जन्म मणिपुर में हुआ था और वर्तमान समय में यह खेल पूरे देश में खेला जाता है। केन्द्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की यह सोच है कि मणिपुर देश में खेल के लिए एक पावरहाउस है और यह राज्य देश में एक अंतर्राष्ट्रीय खेल केंद्र बनेगा।
यह बताते हुए कि प्रधानमंत्री ने मणिपुर में पहले राष्ट्रीय खेल विश्वविद्यालय की स्थापना करने का निर्णय लिया था, उन्होंने आगे कहा कि हम अपने लक्ष्य के साथ यह सुनिश्चित करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं कि खेल विश्वविद्यालय दो वर्ष के अंदर पूरा हो जाएगा। यह खेल विश्वविद्यालय देश में ओलंपिक पदक लाने की दिशा में एक बड़ी जिम्मेदारी उठाएगा और भविष्य में राज्य और देश का नाम रोशन करेगा। उन्होंने कहा कि यह विश्वविद्यालय मणिपुर के संदेश को पूरी दुनिया में लेकर जाएगा। उन्होंने सभी लोगों से विश्वविद्यालय का निर्माण करने में समर्थन और सहयोग मांगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने उत्तर पूर्व क्षेत्र के कल्याण और विकास के लिए बहुत ही समर्पण के साथ काम किया है।
मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि आज हमने राष्ट्रीय खेल विश्वविद्यालय रूपी उस फल का आनंद प्राप्त करना शुरू किया है जो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मणिपुर को प्रदान किया था। उन्होंने कहा कि इस विश्वविद्यालय में पूरे देश से 250 से ज्यादा छात्र हैं।
खेल विश्वविद्यालय के निर्माण के संदर्भ में, मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्वविद्यालय को पूरा करने के लिए कार्यान्वयन एजेंसी द्वारा 30 महीने का समय मांगा गया था लेकिन एक समीक्षा बैठक के दौरान इसे बहुत लंबा समय माना गया और सरकार 2024 के आम चुनावों से पहले इस विश्वविद्यालय को सौंपने की मांग करेगी।
उन्होंन कहा कि उत्तर पूर्व के लोग पहले खुद को उपेक्षित महसूस करते थे लेकिन 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेन्द्र मोदी ने इस क्षेत्र को सड़क संपर्क और रेल संपर्क सहित कई विकासात्मक परियोजनाएं प्रदान की हैं। मुख्यमंत्री ने भविष्य में इसी प्रकार की खेल प्रतियोगिता का आयोजन करने और एक संयुक्त उत्तर पूर्व और अखंड भारत का निर्माण करने में लोगों से सहयोग करने की आशा व्यक्त की।
इस कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री के. गोविंदास सिंह, लेतपाओ हाओकिप, हेखम डिंगो सिंह, काशिम वसुम, एल.सुसिंद्रो, मुख्य सचिव डॉ. राजेश कुमार और विधायकों सहित अन्य लोगों ने हिस्सा लिया। इस दौरान, मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री और अन्य अधिकारियों के साथ राष्ट्रीय खेल विश्वविद्यालय के छात्रों से बातचीत की और विश्वविद्यालय के अस्थायी परिसर में सुविधाओं का निरीक्षण किया।
अंतरराज्यीय ट्रक टर्मिनस का निर्माण 2021-22 के दौरान पूरा हुआ और यह राज्य का पहला और एकमात्र ट्रक टर्मिनस है। यह परिसर 18.34 एकड़ क्षेत्र के साथ खुरखुल अवांग सेकमाई रोड पर एनएच-02 से 2.5 किमी की दूरी पर स्थित है और राज्य के लिए इनबाउंड और आउटबाउंड ट्रकों और मालवाहकों को एक औपचारिक पारगमन बिंदु प्रदान करने के लिए एनईसी फंडिंग के अंतर्गत बनाया गया है।